पूर्व मुख्यमंत्री स्व नारायण दत्त तिवारी के जन्मदिवस व पुण्य तिथि के अवसर पर गत 18 अक्टूबर को पंतनगर औद्योगिक क्षेत्र का नाम उनके नाम पर कर कांग्रेस को बैकफुट पर लाने के बाद राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक और मास्टर स्ट्रोक खेला। उन्होंने राज्य में पहली बार दिए जा रहे उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार से राज्य की पहली निर्वाचित सरकार के मुख्यमंत्री व दिग्गज कांग्रेस नेता रहे स्व नारायण तिवारी को मरणोपरांत सम्मानित करने का निर्णय लेकर एक बार फिर कांग्रेस पर राजनीतिक बढ़त हासिल कर ली। पूर्व मुख्यमंत्री को यह पुरस्कार समाज सेवा व लोक सेवा के क्षेत्र में दिया गया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने देश और प्रदेश की सियासत के कद्दावर नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का नाम इस पुरस्कार के लिए उस समय घोषित किया है, जब कांग्रेस इन पुरस्कारों को लेकर सवाल उठा रही है। दरअसल, सोमवार को ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड गौरव पुरस्कार के नाम पर सवाल उठाए थे। देर शाम सरकार ने उत्तराखंड गौरव सम्मान के पुरस्कारों की घोषणा कर डाली।
कांग्रेस पर पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की उपेक्षा करने के आरोप लगते रहे हैं। राज्य गठन के बाद प्रदेश में उद्योगों को लाने में उनकी अहम भूमिका से इन्कार नहीं किया जा सकता। ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंतनगर औद्योगिक क्षेत्र का नाम उनके नाम पर रखने का निर्णय लिया था। अब सरकार ने पहली बार उत्तराखंड गौरव पुरस्कार देने का निर्णय लिया तो इसमें सबसे पहला नाम पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का ही है।जाहिर है कि ऐसा कर सरकार ने कांग्रेस को इस मसले पर असहज कर डाला है। अब वह इन पुरस्कारों का विरोध करने की स्थिति में फिलहाल नहीं है। अब जब राज्य स्थापना दिवस के अवसर में कांग्रेस प्रदेश भर में पदयात्रा कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री को सम्मान देकर कहीं न कहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस को बैकफुट पर धकेल दिया है।