मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा प्रदेश शांत रहना चाहिए। यहां की धर्म संस्कृति बची रहनी चाहिए। इसे लेकर सरकार अपने स्तर से अभियान चलाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिन व्यक्तियों का सत्यापन ठीक से नहीं हुआ है, उनका सत्यापन हो। कोई ऐसा व्यक्ति उत्तराखंड में न आए, जिसके कारण यहां स्थिति खराब हो।मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान चारधाम में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित करने संबंधी उठ रही मांग को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि सत्यापन आवश्यक है। सत्यापन अभियान चारधाम समेत पूरे प्रदेश के लिए चलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा राज्य धर्म, अध्यात्म व संस्कृति का केंद्र है। गंगा का प्रदेश है। यहां प्रत्येक परिवार से कोई न कोई सेना में है। दो-दो अंतराष्ट्रीय सीमाएं इससे लगी हैं। राज्य का माहौल नहीं बिगडऩा चाहिए। यहां पर शांति रहनी चाहिए। कानून व्यवस्था रहनी चाहिए। जो हमारी संस्कृति है, वह बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चारधाम में भी शांति रहनी चाहिए, ताकि श्रद्धालु शांतिपूर्ण यात्रा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड शांत प्रदेश है। अतिक्रमण और सरकारी भूमि पर कब्जे के लिए यहां कोई स्थान नहीं है। दंगा फसाद करने वाले और धार्मिक उन्माद फैलाने व उपद्रव करने वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि यदि कहीं कोई घटना सामने आती है तो उसकी सख्ती से जांच की जाएगी और कानून सख्ती से काम करेगा।एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने यह तय किया है कि हर क्षेत्र में कानून अपने तरीके से काम करेगा। इसमें कोई रुकावट नहीं होगी और कानून को पूरा रास्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए सरकार ने एप व नंबर लांच किया है, उसे प्रभावी रूप से काम करने के लिए हर उपक्रम किया जा रहा है। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि कहीं भ्रष्टाचार की शिकायत आती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।