प्रदेश में चुनावी मोड में आ चुकी कांग्रेस अब प्रदेश से लेकर जिलों तक संगठन को चुस्त-दुरुस्त करेगी। खासतौर पर निष्क्रिय जिला इकाइयों में बदलाव की तैयारी है। इस काम के लिए नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने पर सक्रिय व्यक्तियों के हाथों में इकाइयों की कमान सौंपी जाएगी।2022 में विधानसभा चुनाव के लिए ताकत झोंक रही कांग्रेस परिवर्तन यात्रा के जरिये चुनावी बिगुल फूंक चुकी है।
परिवर्तन यात्रा का दूसरा चरण हरिद्वार जिले में समापन की ओर है। इसी माह के अंतिम हफ्ते में तीसरा चरण प्रारंभ किया जाएगा। चुनाव यात्रा के साथ पार्टी अपनी सांगठनिक मजबूती और क्षमता का भी आकलन कर रही है। दरअसल कांग्रेस के सामने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में मौजूद भाजपा की कड़ी चुनौती है। संगठन के लिहाज से भी भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जाती है। टक्कर देने के लिए कांग्रेस भी अपने संगठन को मजबूत बना रही है।