मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आई.आर.डी.टी. ऑडिटोरियम, सर्वे चौक में आयोजित विचार गोष्ठी में कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग द्वारा तैयार की गई “मेरी योजना” पुस्तकों का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने ‘मेरी योजना पोर्टल–उत्तराखण्ड’ का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि “मेरी योजना”, “मेरी योजना–राज्य सरकार” और “मेरी योजना–केंद्र सरकार” के तीनों संस्करण जनता को राज्य और केंद्र की सभी योजनाओं की संपूर्ण व सरल जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इससे हर पात्र नागरिक तक योजनाओं का लाभ समयबद्ध रूप से पहुंच सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि सभी योजनाएँ धरातल पर प्रभावी रूप से लागू हों और उनका लाभ योग्य लोगों को बिना देरी के मिले। ये पुस्तकें न सिर्फ योजनाओं का विवरण उपलब्ध कराती हैं, बल्कि—
- आवेदन प्रक्रिया
- आवश्यक दस्तावेज
- पात्रता मानदंड
जैसी महत्वपूर्ण जानकारी भी देती हैं।
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पारदर्शिता, जवाबदेही और जन-केंद्रित नीतियों की नई कार्य संस्कृति स्थापित हुई है।
आज पेंशन से लेकर अन्य लाभकारी योजनाओं का पैसा डीबीटी के माध्यम से सीधे लोगों के बैंक खातों में पहुंच रहा है।
उत्तराखंड सरकार भी “सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण और संतुष्टि” के मंत्र पर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में विभिन्न लक्षित वर्गों के लिए योजनाएँ प्रभावी रूप से संचालित की जा रही हैं। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी पर व्यापक कार्य चल रहे हैं।
इसके साथ ही—
- वोकल फॉर लोकल
- मेक इन इंडिया
- स्टार्टअप इंडिया
जैसी पहलों से विकसित उत्तराखंड के सपने को साकार करने की दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि—
- “एक जनपद, दो उत्पाद”
- हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड
- स्टेट मिलेट मिशन
- एप्पल मिशन
- नई पर्यटन और फिल्म नीति
- होमस्टे व सौर स्वरोजगार योजना
जैसी योजनाओं से स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।
उन्होंने अपील की कि सभी कार्यक्रमों में दिए जाने वाले स्मृति चिन्ह राज्य में निर्मित स्थानीय उत्पादों से बनाए जाएँ। इससे कारीगरों, हस्तशिल्पियों और महिलाओं की आजीविका को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भी जहां-जहां जाते हैं, वहाँ उत्तराखंड के स्थानीय उत्पाद उपहार में देते हैं।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि यह पोर्टल और पुस्तकें अंत्योदय की भावना को मजबूत करेंगी, क्योंकि अब पात्र व्यक्ति के लिए सभी सरकारी योजनाएँ एक ही मंच पर उपलब्ध होंगी।
सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन दीपक कुमार ने बताया कि “मेरी योजना” के तीनों संस्करणों में खासतौर पर योजनाओं की पात्रता और आवेदन प्रक्रिया को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी, जनप्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

