केशवपुरी में अपनी दो मासूम बच्चियों की हत्या के आरोपित पिता को पुलिस लखनऊ से गिरफ्तार कर देहरादून ले आई। यहां न्यायालय में पेश किया।
जहां से आरोपित को जेल भेज दिया। आरोपित ने पत्नी के गैर मर्द के साथ बात करना व उसके साथ भाग जाने के अलावा अपनी दूसरी शादी में बच्चियों के बाधा बनने को वजह बताते हुए जुर्म स्वीकार किया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि आरोपित जितेंद्र साहनी का 2018 में विवाह रीना निवासी केशवपुरी बस्ती से हुआ था। रीना से उसकी दो बेटियां आंचल व अनुषा पैदा हुई।
भागकर बिहार चली गई पत्नी
आरोप है कि उसकी पत्नी किसी और व्यक्ति से फोन पर अक्सर बातें किया करती थी। एक बार वह भागकर बिहार चली गई थी। जिसे वह वापस लेकर आया था। परंतु वह फिर भी लगातार उसके संपर्क में रही, जोकि आरोपित को बिल्कुल भी पसंद नहीं था। इस बात पर आरोपित अपनी पत्नी के साथ झगड़ा व गृहक्लेश करता था। आरोपित की पत्नी दो महीने से दूसरे व्यक्ति के साथ हैदराबाद में है।
पहली पत्नी के भाग जाने के बाद आरोपित भी बिहार से दूसरी शादी करना चाहता था। परंतु दोनों बच्चियों के कारण उसकी शादी नहीं हो पा रही थी। जिस पर उसने कई बार अपनी पत्नी रीना और अपनी सास आशु देवी को बच्चों को ले जाने के लिए कहा।
बच्चों को न ले जाने पर मारने की भी धमकी दी थी। परंतु वह बच्चों को लेने नहीं आई। जिसके कारण उसकी दूसरी शादी नहीं हो पा रही थी। इसीलिए 23 जून को घर के कमरे की कुंडी बंद करके पहले अपनी लड़की आंचल का गला दबा दिया, जिस पर वह एक बार चिल्लाई थी।
परंतु जोर से गला दबाने पर वह मर गई। उसके बाद अपनी छोटी बेटी अनुषा का भी गला दबाकर मार दिया। पुलिस से बचने के लिए वह जनता ट्रेन में बिहार जा रहा था। जिस पर पुलिस ने आरोपित को लखनऊ में पहचान लिया और पकड़ लिया।
हत्या के बाद डेढ़ सौ कैमरे जांचने के बाद मिली लोकेशन
डोईवाला के केशवपुरी में अपनी दो बच्चियों की हत्या करने के बाद आरोपित ने बिहार में छिपने की योजना बनाई थी। वहीं हत्या की जानकारी मिलते ही कोतवाली डोईवाला की पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के साथ ही आरोपित के मिलने तक लगभग डेढ़ सौ कैमरों की जांच की।
अंतिम लोकेशन रेलवे स्टेशन डोईवाला मिलने पर पुलिस को आरोपित के ट्रेन से भागने की जानकारी मिल सकी। ट्रेन सात बजे डोईवाला रेलवे स्टेशन से चली गई थी। कोतवाली प्रभारी ने लगभग 10 बजे रात्रि को वरिष्ठ उप निरीक्षक राकेश शाह के नेतृत्व में दो टीम वाहनों से रवाना की। मुरादाबाद में पुलिस की एक टीम ट्रेन में चढ़ गई। जहां रात भर बोगियों में पुलिस टीम ने आरोपित की तलाश की, परंतु आरोपित नहीं मिला।
शनिवार सुबह 8:30 बजे जब ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ पहुंची तो आरोपित पुलिस को देखकर भागने लगा। परंतु पुलिस ने आरोपित को दबोच लिया। डोईवाला पुलिस का एसओजी पुलिस टीम ने भी पूरा सहयोग किया। पुलिस टीम में देवेंद्र सिंह नेगी,पंकज सलार, शशीकांत, हंसराज ,सोनी कुमार आदि शामिल रहे।