पुलिस की नाक के नीचे शहर के बीच स्पा सेंटरों में देह व्यापार चल रहा है। सोमवार को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, पटेलनगर कोतवाली पुलिस और राज्य महिला आयोग की टीम ने संयुक्त रूप से तीन स्पा सेंटरों पर दबिश दी तो वहां पर देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश हुआ। इस दौरान वहां काम करने वाली 13 युवतियों को मुक्त कराया गया। इनमें दो स्पा सेंटर का मालिक एक ही व्यक्ति निकला।
हालांकि, मौके से पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस इन स्पा सेंटरों के मालिकों को तलाश रही है। महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल के अनुसार, ह्यूमन राइट काउंसिल (एनजीओ) को पटेलनगर स्थित स्पा सेंटरों में देह व्यापार की सूचना मिली थी। इस पर आयोग की अध्यक्ष निरीक्षण के लिए पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचीं। इस दौरान तीन स्पा सेंटरों में मसाज के नाम पर देह व्यापार होता पाया गया।
मौके इन स्पा सेंटरों में से 13 युवतियों को मुक्त कराया गया। इनमें से दो के नाबालिग होने की संभावना है। मुक्त कराई गई युवतियों से पूछताछ की जा रही है। मुक्त कराई गई युवतियां नेपाल, सिक्किम, सिलीगुड़ी, टिहरी, अल्मोड़ा, हरिद्वार और देहरादून की रहने वाली हैं। इन युवतियों के पास स्पा या फिजियोथेरेपी के प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र नहीं है। एक स्पा सेंटर में अनैतिक सामान भी पाया गया, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।
इस मौके पर राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता, आयोग की उप निरीक्षक संगीता नौटियाल, ह्यूमन राइट काउंसिल संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र व उनकी टीम, पटेलनगर कोतवाली के बाजार चौकी इंचार्ज ओम प्रकाश और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम शामिल रही। पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही हैं।
दो स्पा सेंटरों का मालिक एक
निरीक्षण टीम ने स्पा सेंटर में मौजूद दस्तावेजों और बरामद समान को भी जब्त किया है। इस दौरान जानकारी मिली है की इनमें से दो स्पा सेंटरों का मालिक एक ही है। अब पुलिस मालिक की तलाश कर रही है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि अभी हाल ही में आयोग ने प्रत्येक जिले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के लिए प्रशिक्षण दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग मानव तस्करी व महिलाओं से देह व्यापार रोकने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है।