राज्य में इन दिनों चार धाम यात्रा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। आगामी तीन मई से शुरू होने जा रही यात्रा में इस बार रिकार्ड तोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस लिहाज से हर विभाग तैयारी में जुटा है। पुलिस विभाग भी चारों धाम और यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए पूरी शिद्दत से जुटा है। इसके लिए विभाग ने विभिन्न योजनाएं भी तैयार कर ली हैं।इस सबके बीच विभाग के उच्च अधिकारियों की पेशानी पर चिंता के बल भी नजर आ रहे हैं। वजह है पुलिसकर्मियों की कमी। ऐसे में अधिकारी यह सोचकर परेशान हैं कि सीमित पुलिस बल के साथ योजनाओं को अमलीजामा कैसे पहनाया जाए। उत्तराखंड पुलिस में दारोगा, कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल के कुल 28,298 पद स्वीकृत हैं। वर्तमान में इनमें से 24,000 पद ही भरे हैं। शेष 4298 पद लंबे समय से रिक्त चले आ रहे हैं। सबसे ज्यादा कमी कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल की है। जबकि, फील्ड यानी धरातल पर व्यवस्था बनाने कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इन हालात में यात्रा के दौरान चारों धाम और यात्रा मार्ग के साथ प्रदेश के अन्य हिस्सों में सुरक्षा समेत अन्य व्यवस्था बनाए रखना महकमे के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।चार धाम यात्रा के साथ प्रदेश में पर्यटन सीजन भी शुरू होने वाला है। कुछ समय बाद सावन में कांवड़ यात्रा भी होनी है। इसके अलावा पुलिस के कंधे पर पूरे प्रदेश में यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी है। ऐसे में पुलिस विभाग के रिक्त पद परेशानी का सबब बन सकते हैैं।