गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अनिल बलूनी ने आज पौड़ी के कलेक्ट्रेट ऑफिस में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए नामांकन किया। इस मौके पर अनिल बलूनी से साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत और मनीष खंडूरी भी मौजूद रहे है।
नामांकन करने से पहले अनिल बलूनी ने केंद्र और राज्य के बडे़ नेताओं के साथ पौड़ी में शक्ति प्रदर्शन भी किया। उनका रोड शो रामलील मैदान पौड़ी गढ़वाल से कलेक्ट्रेट ऑफिस तक निकला।
अनिल बलूनी का सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल से है। गणेश गोदियाल बुधवार 27 मार्च को पौड़ी के कलेक्ट्रेट ऑफिस में अपना नामांकन करेंगे। अनिल बलूनी मूल रूप से पौड़ी जिले के ही नकोल गांव के रहने वाले हैं।
अनिल बलूनी का राजनीतिक सफर उत्तराखंड के पौड़ी जिले से ही शुरू हुआ था। यूपी से अलग हुए उत्तराखंड में पहली बार साल 2002 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब अनिल बलूनी ने पौड़ी जिले की कोटद्वार विधानसभा सीट से नामांकन किया था, लेकिन उनका नॉमिनेशन रद्द हो गया था, जिसके खिलाफ अनिल बलूनी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक में अपील की थी। साल 2002 में कोटद्वार से कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी जीते थे, लेकिन सुप्रीम ने अनिल बलूनी के नॉमिनेशन को सही पाते हुए साल 2002 में कोटद्वार विधानसभा सीट पर हुए चुनाव को कैंसिल कर दिया था, जिसके बाद यहां 2005 में फिर से उप चुनाव हुआ था।
2005 के उपचुनाव में अनिल बलूनी हार गए थे। इसके बाद अनिल बलूनी ने ग्राउंड पर कोई चुनाव नहीं लड़ा। 2005 के बाद अनिल बलूनी ने दिल्ली का रूख किया और केंद्रीय नेताओं के बीच रहने लगे। अनिल बलूनी पीएम मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं। साल 2024 में बीजेपी ने अनिल बलूनी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाने के साथ ही राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी भी सौंपी।
इसके बाद साल 2018 में बीजेपी ने उत्तराखंड से अनिल बलूनी को राज्यसभा भेजा था, जिसका कार्यकाल साल 2024 में पूरा हो गया था। अनिल बलूनी जगह बीजेपी ने साल 2024 में अपने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को राज्यसभा भेजा है और अनिल बलूनी को गढ़वाल लोकसभा सीट से टिकट देकर मैदान में उतारा है।