समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद आज़म खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म को आज सुबह 5 बजे अलग अलग काफिलों से रामपुर जेल से शिफ्ट किया गया। जब आज़म खान को रामपुर जेल से बाहर लाया जा रहा था तब उन्होंने कहा कि हमारा एनकाउंटर भी हो सकता है। कुछ भी हो सकता है। सूत्रों के हवाले से ख़बर मिली है कि आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म को अलग-अलग जेलों में रखे जा सकते हैं। आज़म खान को सीतापुर जेल में शिफ्ट किया जा सकता है और अब्दुल्ला आज़म हरदोई जेल जा सकते है। तो वहीं आजम की पत्नी तंज़ीन फातिमा रामपुर जेल में ही रहेंगी। हालांकि सूचना की आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
अलग-अलग गाड़ियों में गए अब्दुल्ला और आजम खान
रामपुर जेल से यूपी पुलिस अब्दुल्ला आजम को वर्जर वाहन में लेकर गई तो आज़म खान को बोलेरो गाड़ी में लेकर गई। इस दौरान आज़म खान ने गाड़ी की सीट में बीच में बैठने से मना कर दिया था और कमर के दर्दे का हवाला दिया। सूत्रों ने बताया कि आज़म खान ने जेल शिफ्ट करते वक्त बड़े बेटे से दो चादरें भी मांगी। अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि शासन के आदेश पर दोनों को दूसरी जेल शिफ्ट किया गया है। कहा भेजा गया है, ये गोपनीय है। रास्ते में भी एलर्ट है।
फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में 7 साल की कैद
गौरतलब है कि रामपुर की एक अदालत ने समाजवादी पार्टी (सपा) नेता आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के पांच साल पुराने मामले में इसी बुधवार को दोषी ठहराते हुए सात साल की सजा सुनाई गई। एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट शोभित बंसल की अदालत ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र के 2019 के मामले में आजम खान, तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम को दोषी ठहराया और अधिकतम सात साल की सजा सुनाई। सक्सेना ने कहा, “तीनों को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया और अदालत से ही जेल भेज दिया जाएगा।”