वाराणसी | 8 नवम्बर 2025
भारत में रेल यात्रा का नया अध्याय शनिवार को उस वक्त जुड़ गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से एक साथ चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इन ट्रेनों के संचालन के साथ ही देश में वंदे भारत सेवाओं की कुल संख्या 164 हो गई है, जिससे भारतीय रेल के आधुनिकीकरण और तेज रफ्तार यातायात के नए युग की शुरुआत हो गई है।
ट्रेनें रवाना करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा —
“आज वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें भारतीय रेलवे की अगली पीढ़ी की नींव तैयार कर रही हैं। वंदे भारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन है, जिस पर हर भारतीय को गर्व है।”
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी देश की प्रगति का आधार उसका मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट होता है, और भारत इसी दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
नई शुरू की गई चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के नाम और मार्ग इस प्रकार हैं:
- बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस
- वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ेगी।
- यात्रा में करीब 2 घंटे 40 मिनट की समय बचत।
- धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिलेगी और खजुराहो (यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल) तक आसान पहुंच होगी।
- लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
- लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के बीच चलेगी।
- 7 घंटे 45 मिनट में सफर पूरा करेगी, लगभग 1 घंटे की समय बचत।
- पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत बनाएगी।
- फिरोजपुर-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
- पंजाब के फिरोजपुर से दिल्ली के बीच दौड़ेगी।
- 6 घंटे 40 मिनट में यात्रा पूरी करेगी — इस रूट की सबसे तेज ट्रेन।
- फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ेगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- दक्षिण भारत की यह ट्रेन एर्नाकुलम से बेंगलुरु तक सिर्फ 8 घंटे 40 मिनट में सफर पूरा करेगी, जिससे यात्रा का समय 2 घंटे घटेगा।
- यह केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के आईटी, व्यापारिक और शैक्षणिक केंद्रों को जोड़ेगी।
चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा तैयार की गई ये नई वंदे भारत ट्रेनें ‘मेक इन इंडिया’ पहल का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। इनमें अत्याधुनिक सुरक्षा, आराम और ऊर्जा दक्षता की सुविधाएं दी गई हैं।
रेल मंत्रालय के अनुसार, आने वाले महीनों में और भी वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी, ताकि देश के सभी प्रमुख रूटों को इस तेज़ और आधुनिक सेवा से जोड़ा जा सके।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें अब भारतीय रेल की आधुनिकता, स्वदेशी तकनीक और आत्मनिर्भर भारत के विज़न का प्रतीक बन चुकी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इन ट्रेनों के ज़रिए भारत न केवल अपने यात्रियों को आरामदायक सफर दे रहा है, बल्कि वैश्विक रेल तकनीक के क्षेत्र में एक नई मिसाल भी कायम कर रहा है।

