मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कभी बादल बरस रहे हैं तो कभी चटख धूप खिल रही है। वहीं, जगह-जगह जलजमाव की भी समस्या उत्पन्न होने लगी है। ये परिस्थितियां मच्छर के पनपने में मददगार बन सकती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है।
देहरादून जिले में डेंगू/चिकनगुनिया के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के निर्देश अस्पतालों को दिए गए हैं। फिलहाल 10 स्वास्थ्य इकाइयों में 121 बेड आरक्षित किए जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बेड का भी इंतजाम किया जाएगा। जिन अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जा रहे हैं, उनमें दून से लेकर कालसी तक के अस्पताल शामिल हैं।
बता दें कि बीते वर्षों में डेंगू शहर में जमकर कहर बरपा चुका है। पिछले पांच साल की बात करें तो सर्वाधिक मामले 2019 में सामने आए। वहीं, बीते साल भी जिले में डेंगू के 1434 मामले आए थे। ऐसे में डेंगू की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमें लगातार मोर्चे पर डटी हैं।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं। इसके अलावा विभिन्न अस्पतालों में डेंगू की एलाइजा जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। इनमें दून के अलावा विकासनगर व ऋषिकेश के अस्पताल भी शामिल हैं।
आज हल्की वर्षा-ओलावृष्टि के आसार
इन दिनों प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादलों और धूप के बीच आंखमिचौनी हो रही है। बीते दो दिन हुई भारी वर्षा-ओलावृष्टि से ज्यादातर क्षेत्रों में पारा सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस तक कम बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा-ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, निचले इलाकों में तेज बौछारें और 40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से अंधड़ चलने की आशंका को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है।