मानसून की वर्षा के जोर पकड़ने के बाद दून में बीते तीन दिन से लगातार वर्षा हो रही है। हालांकि, दून में सुबह धूप खिली और आसमान साफ होने लगा। लेकिन, दोपहर बाद अचानक काले बादल घिर आए और बौछारों का दौर शुरू हो गया। शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में दिनभर वर्षा का दौर जारी रहा, जिससे शहर पानी-पानी हो गया। तमाम चौक-चौराहे वर्षा से लबालब हो गए और नदी-नालों में भी उफान रहा। लगातार हो रही वर्षा के कारण जहां सड़कों पर जाम की स्थिति रही, वहीं, शहर के प्रमुख बाजार में सन्नाटा पसरा रहा।
दिनभर में दून में 100 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई। सोमवार को दून में फिर वर्षा ने ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। झमाझम वर्षा के कारण भारी मात्रा में पानी सड़कों पर बहता रहा। शहर के प्रमुख चौराहों पर जल भराव की स्थिति रही। इसके अलावा नालियां चोक होने से भी जल निकासी नहीं हो सकी। गली-मोहल्लों में खस्ताहाल सड़कों पर कीचड़ पसरा रहा। मुख्य मार्गों पर जाम ने हलकान किया, जबकि गली-मोहल्लों में कीचड़ व गड्ढों के कारण आवाजाही प्रभावित रही।
सड़कों पर गड्ढे बन रहे मुसीबत
वर्षा के कारण शहर की 80 प्रतिशत सड़कें बदहाल हो गई हैं। प्रमुख मार्गों पर लगातार गड्ढे बनते जा रहे हैं। बड़े-बड़े गड्ढों के आसपास फैली बजरी और वर्षा का पानी हादसों को न्योता दे रहे हैं। दुपहिया वाहनों के रपटने का खतरा बना हुआ है। गड्ढों को भरने के सभी प्रयास विफल साबित हो रहे हैं और हर रोज सड़कों पर गड्ढों की संख्या बढ़ती जा रही है।
नदियां उफान पर, खतरे में क्षेत्रवासी
पहाड़ों में हो रही भारी वर्षा के कारण दून की नदियां उफान पर हैं। सोमवार को सहस्रधारा में नदी ने रौद्र रूप ले लिया और आसपास के लोग सहम उठे। पर्यटकों के नदी में जाने पर रोक लगाई गई है और आसपास के निवासियों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है। उधर, मालदेवता और गुच्चू-पानी के साथ ही टपकेश्वर में भी नदियों का जल स्तर बढ़ गया है।