विधानसभा से पारित वित्तीय वर्ष 2023-24 के 11321 करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट पर राजभवन की मुहर लग गई। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाए गए इस अनुपूरक बजट में प्रदेश में अवस्थापना विकास के लिए बड़ी धनराशि रखी गई है। इसी वर्ष योगनगरी ऋषिकेश और धर्मनगरी हरिद्वार को विकसित करने की कार्ययोजना पर सरकार के कदम बढ़ते नजर आएंगे। अनुपूरक बजट में इसके लिए वित्तीय व्यवस्था की गई है।
राजस्व मद में 3530 करोड़ की राशि रखी गई
विधानसभा के तीन दिन मानसून सत्र के अंतिम दिन यानी आठ सितंबर को अनुपूरक बजट पारित किया गया था। इस बजट को स्वीकृति के लिए राजभवन को भेजा गया था। अब राजभवन ने इसे स्वीकृत कर दिया है। अनुपूरक बजट में पूंजीगत मद में 7791 करोड़ और राजस्व मद में 3530 करोड़ की राशि रखी गई है।
केंद्र पोषित योजना मद में 3000 करोड़, नाबार्ड से संबंधित योजनाओं के लिए 286 करोड़, बाह्य सहायतित योजनाओं के लिए 331 करोड़ की राशि का प्रविधान किया गया है। पहली बार अनुपूरक बजट में अर्थोपाय अग्रिम के लिए पूंजीगत मद में 4500 करोड़ की राशि रखी गई है। अन्य राज्य पोषित योजनाओं के लिए 3204 करोड़ अनुपूरक बजट की व्यवस्था की गई है।
प्रमुख पूंजीगत परियोजनाओं में केंद्र सरकार से मिलने की प्रत्याशा में ढांचागत निर्माण कार्यों को 600 करोड़ की राशि और जल जीवन मिशन के लिए 765 करोड़ की राशि रखी गई है। अवस्थापना सुदृढ़ीकरण को 321 करोड़, लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण को 156 करोड़ की राशि का प्रविधान किया गया है।
आपदा पर खर्च होंगे 218 करोड़
जोशीमठ आपदा प्रभावितों के लिए 100 करोड़ अनुपूरक मांग में सम्मिलित हैं। अनुपूरक मांगों के अनुसार सरकार सड़कों के अनुरक्षण पर 300 करोड़, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को 297 करोड़, खाद्यान्न सब्सिडी को 284 करोड़, आपदा विभाग में एसडीआरएफ के अंतर्गत 218 करोड़ खर्च किए जाएंगे। मुख्यमंत्री की घोषणाओं के लिए धनराशि रखी गई है।