परिवहन विभाग इस वर्ष अब नए सिरे से व्यावसायिक वाहनों का किराया तय करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इसके लिए उप परिवहन आयुक्त की अध्यक्षता में किराया निर्धारण समिति का गठन कर दिया गया है। इस समिति की रिपोर्ट को राज्य परिवहन प्राधिकरण के समक्ष रखा जाएगा। इसके बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अब जल्द ही किराए में तब्दीली की जाएगी।
परिवहन विभाग ने वर्ष 2020 में हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में हर वर्ष वाहनों का किराया बढ़ाने का निर्णय लिया था। यद्यपि, कोरोना के कारण यह व्यवस्था बरकरार नहीं रखी जा सकी। वर्ष 2022 में हुई एसटीए की बैठक में व्यावसायिक वाहनों के किराए में 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गई। इसका एक प्रमुख पेट्रोल व डीजल के साथ ही उपकरणों की कीमतों में हुई वृद्धि को बताया गया। लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से जनता परेशान है|
किराया निर्धारण के लिए हुआ समिति का गठन
इस वर्ष परिवहन निगम ने कुछ समय पूर्व एसटीए को किराया वृद्धि करने का प्रस्ताव भेजा था। साथ ही अन्य व्यावसायिक वाहन कंपनियां भी किराया वृद्धि की मांग कर रही थीं। इसे देखते हुए परिवहन मुख्यालय ने उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा की अध्यक्षता में किराया निर्धारण समिति का गठन किया है। यह समिति पेट्रोल व डीजल के बाजार मूल्य व अन्य पहलुओं का आकलन कर किराया निर्धारण का प्रस्ताव तैयार कर रही है, जिसका जल्द शासन के सामने प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
एसटीए की बैठक में प्रस्तुत होगी रिपोर्ट
इसके बाद शासन से मिले सुझाव के अनुसार समिति की रिपोर्ट को एसटीए की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके उपरांत किराया निर्धारण को लेकर निर्णय लिया जाएगा। संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना है कि किराया निर्धारण के लिए समिति का गठन किया जा चुका है। समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही नए सिरे से किराया निर्धारण पर फैसला लिया जाएगा।