आइसीएसई बोर्ड कक्षा दो की अंग्रेजी विषय की किताब में प्रकाशित अब्बू-अम्मी चैप्टर की सत्यता की भौतिक जांच देहरादून स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) करेगा।
इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून (सीईओ) प्रदीप कुमार रावत ने जिलाधिकारी सोनिका की ओर से प्राप्त हुए विवादित चैप्टर और छात्र के माता-पिता की शिकायत पत्र गुरुवार को डायट के प्राचार्य राकेश जुगरान को सौंप दिए हैं।
डायट इस चैप्टर का भौतिक सत्यापन से लेकर प्रकाशन की तकनीकी जानकारी जुटाकर इसकी रिपोर्ट सीईओ को देगा। बताते चलें कि बीते चार अप्रैल को देहरादून निवासी मनीष मित्तल ने जिलाधिकारी देहरादून सोनिका से शिकायत की। जिसमें बताया कि उनका बेटा सात साल का है और शहर की एक आइसीएसई बोर्ड के स्कूल में कक्षा दो में पढ़ता है।
मदर-फादर की जगह अम्मी-अब्बू लिखा गया
अंग्रेजी विषय की गुलमोहर-दो नाम की पुस्तक के एक पाठ में मदर-फादर की जगह अम्मी-अब्बू लिखा गया है। जो की घोर आपत्ति का विषय है। अंग्रेजी की किताब में उर्दू का वाक्य प्रयोग करने के मामले में उन्होंने आपत्ति दर्ज की। उन्होंने जिलाधिकारी को यह भी बताया कि इस पुस्तक का प्रकाशन ओरिएंट ब्लैक स्वान कंपनी हैदराबाद ने किया है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाए कि अंग्रेजी की पुस्तक में इस तरह के शब्दों का प्रयोग कर हिंदुओं की भावनाओं को आहत किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, अंग्रेजी की बुक में उर्दू के शब्द का प्रयोग करना पूरी तरह संदेह व्यक्त करता है।
एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश दिए
मनीष मित्तल ने जिलाधिकारी से पुस्तक की जांच की मांग की। छात्र के अभिभावकों की मांग पर जिलाधिकारी सोनिका ने इसकी जांच मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून को सौंप एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश दिए।
संपर्क करने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप कुमार रावत ने कहा कि डायट इस बारे में जांच करेगा कि संबंधित पुस्तक का यह चैप्टर आइसीएसई बोर्ड से जारी किया गया है या प्रिंटर- पब्लिशर की ओर से कोई त्रुटि हुई है। डायट किताब, चैप्टर और प्रकाशन सभी पहलुओं की जांच पड़ताल कर रिपोर्ट देगा।