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यूक्रेन को मिली अमेरिका निर्मित पैट्रियट रक्षा प्रणाली, रूस के हमलों से निपटने में मिलेगी नई ताकत

कीव | 3 नवंबर 2025:
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग लगातार और भी भयानक होती जा रही है। रूस की ओर से यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों से ताबड़तोड़ हमले जारी हैं। इस बीच यूक्रेन को अब अमेरिका निर्मित पैट्रियट वायु रक्षा प्रणालियां प्राप्त हुई हैं, जिससे उसकी रक्षा क्षमता में बड़ा इज़ाफा होगा।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को पुष्टि की कि नई पैट्रियट प्रणालियां देश में तैनात कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि ये सिस्टम रूस के लगातार हो रहे हवाई हमलों से शहरों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएंगे।

यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रविवार रात से सोमवार सुबह तक रूस ने 12 मिसाइलें और 138 ड्रोन दागे। इनमें से अधिकतर को वायु रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया, लेकिन कुछ ड्रोन सूमी क्षेत्र में गिरे, जिनमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और उसके परिवार के 5 सदस्य घायल हुए, जिनमें दो बच्चे शामिल हैं।

रूस सर्दियों की शुरुआत से पहले यूक्रेन की ऊर्जा आपूर्ति, जल व्यवस्था और हीटिंग सिस्टम को निशाना बना रहा है ताकि नागरिकों को ठंड के मौसम में मुश्किलों का सामना करना पड़े।

पैट्रियट वायु रक्षा प्रणाली को दुनिया की सबसे उन्नत मिसाइल रोधी प्रणालियों में से एक माना जाता है। यह लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज़ मिसाइलों और ड्रोन हमलों को भी रोक सकती है।

जेलेंस्की ने कहा —

“अधिक पैट्रियट अब यूक्रेन में हैं और उन्हें अभियान में लगाया जा रहा है। बेशक, हमारे राष्ट्र के पूरे भूभाग में शहरों की सुरक्षा के लिए और अधिक प्रणालियों की आवश्यकता है।”

उन्होंने इस सहायता के लिए जर्मनी और चांसलर फ्रेडरिक मर्ज का विशेष आभार व्यक्त किया। जर्मनी ने तीन महीने पहले यूक्रेन को दो अतिरिक्त पैट्रियट प्रणालियां देने की घोषणा की थी।

पैट्रियट प्रणालियां केवल अमेरिका में निर्मित की जाती हैं, इसलिए इनकी आपूर्ति सीमित है। अमेरिका, नाटो और यूरोपीय सहयोगी मिलकर यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति का समन्वय कर रहे हैं।
हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, उत्पादन की सीमाओं और अपने भंडार को बनाए रखने की आवश्यकता के कारण पश्चिमी देशों की सप्लाई रफ्तार धीमी है।

विश्लेषकों के अनुसार, रूस अब केवल सैन्य ठिकानों को नहीं, बल्कि ड्रोन और मिसाइल उत्पादन केंद्रों, ऊर्जा संयंत्रों और औद्योगिक ढाँचों को भी निशाना बना रहा है। इससे यूक्रेन की रक्षा उत्पादन क्षमता पर गंभीर असर पड़ रहा है।

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अगर रूस के हमले इसी गति से जारी रहे, तो सर्दियों में ऊर्जा संकट और मानवीय संकट गहराया जा सकता है।

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