नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण लगातार गंभीर होता जा रहा है। शुक्रवार (19 दिसंबर) को भी दिल्ली की हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रही। स्मॉग की मोटी परत के कारण राजधानी के कई इलाकों में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 389 दर्ज किया गया। आनंद विहार में AQI 442 और आईटीओ में 409 रहा, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। विवेक विहार में स्थिति सबसे खराब रही, जहां AQI 434 दर्ज किया गया।
घने स्मॉग के कारण दिल्ली के पालम और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुबह के समय विजिबिलिटी शून्य रही। इस वजह से कई फ्लाइट्स लेट हुईं और स्पाइसजेट की एक फ्लाइट को रद्द करना पड़ा। वहीं, कई ट्रेनें 6 से 7 घंटे की देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रिलेटिव ह्यूमिडिटी 100 प्रतिशत रही। अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने दिनभर घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है।
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के मुताबिक, शनिवार तक दिल्ली की हवा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रहेगी, जबकि रविवार को इसके फिर से ‘गंभीर’ होने की आशंका है। शहर के कई हिस्सों में सुबह के समय स्मॉग की चादर छाई रही।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। BS-VI एमिशन स्टैंडर्ड से कम वाली दिल्ली के बाहर की प्राइवेट गाड़ियों की राजधानी में एंट्री पर बैन लगा दिया गया है। साथ ही ‘नो PUC, नो फ्यूल’ नियम लागू कर दिया गया है। बिना वैध पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट वाली गाड़ियों को पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जा रहा। इस नियम को लागू करने के लिए ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरों, वॉइस अलर्ट सिस्टम और पुलिस की मदद ली जा रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को घर से बाहर निकलने से बचने, मास्क पहनने और बुजुर्गों व बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।

