उत्तरकाशी जिले में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है। इस बीच कुछ लोगों ने शहर में पोस्टर चिपकाए, जिसमें कहा गया था कि वे 15 जून को पुरोला में बुलाई गई महापंचायत से पहले शहर छोड़ दें या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। शांति बनाए रखने के लिए पुलिस काम कर रही है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सांप्रदायिक तनाव के बीच 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत की घोषणा से तनाव बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि रविवार को भी पुरोला में कपड़ों का व्यापार कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के व्यापारियों ने दुकानें छोड़ दीं। दरअसल, अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति समेत दो लोगों ने 26 मई को कथित रूप से एक दूसरे धर्म की नाबालिग लड़की का अपहरण करने की कोशिश की।
इस मामले में दोनों की गिरफ्तारी के बाद सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया। इसके बाद दुकानों पर अज्ञात लोगों ने पोस्टर चिपकाए, जिसमें कहा गया था कि वे 15 जून को पुरोला में बुलाई गई महापंचायत से पहले शहर छोड़ दें या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। मामले में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर महापंचायत पर तुरंत रोक की मांग की है।
फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है: ADG
पुलिस ने कहा कि तनाव को देखते हुए फ्लैग मार्च कर रहे हैं। ADG (लॉ एंड ऑर्डर) वी. मुरुगेशन ने कहा, ‘हाल ही में उत्तरकाशी, विकास नगर और अन्य क्षेत्रों में पलायन की घटनाएं हुई हैं। शांति बनाए रखने के लिए पुलिस काम कर रही है।