पारे के बढ़ने के साथ शुष्क हुए वातावरण में जंगलों में आग बढ़ती घटनाएं अब वह वनाधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी करने लगी हैं।
राज्य में बीते 24 घंटे में इस सीजन में आग की सर्वाधिक 78 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इस आग में 98 हेक्टेयर जंगल प्रभावित होने की सूचना मिली है। वहीं, आग पर काबू पाते समय पिथौरागढ़ वन प्रभाग का एक फायर वाचर झुलसकर घायल हो गया।
पुलिस जवानों ने जान जोखिम में डालकर बुझाई जंगल की आग
देहरादून के रायपुर थाना पुलिस ने अपनी जान जोखिम में डालकर रिंग रोड के जंगल में लगी आग को समय रहते बुझा दिया। करीब 200 मीटर पर रिहायशी क्षेत्र था, यदि आग वहां तक पहुंचती तो जानमाल का नुकसान हो सकता था। रायपुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि रिंग रोड के पास जंगल में आग लग गई है, जोकि तेजी से फैल रही है।
फायर ब्रिगेड को सूचित करते ही थानाध्यक्ष कुंदन राम सहित अन्य पुलिस जवान खुद आग बुझाने के लिए जंगल के बीच पहुंच गए। जंगल के अंदर फायर ब्रिगेड वाहन आने का रास्ता नहीं था तो पुलिस जवानों ने खुद ही आग बुझानी शुरू कर दी। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस जवानों ने आग रिहायशी एरिया में पहुंचने से पहले ही बुझा दी।
24 घंटे में आग की सर्वाधिक 64 घटनाएं
मुख्य वन संरक्षक (वनाग्नि एवं प्रबंधन) कार्यालय के मुताबिक बीते 24 घंटे में आग की सर्वाधिक 64 घटनाएं आरक्षित वन क्षेत्रों में दर्ज की गई, जबकि सिविल/वन पंचायत से संबंधित वनों में 14 घटनाएं प्रकाश में आईं।
अल्मोड़ा वन प्रभाग में आग की 21 घटनाओं में सर्वाधिक 23.25 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसके बाद रामनगर वन प्रभाग में आग की 12 घटनाओं में करीब 20 हेक्टेयर वन क्षेत्र को क्षति पहुंची।
क्षेत्रवार जंगल में आग की स्थिति
क्षेत्र, घटनाएं, प्रभावित वन क्षेत्र
कुमाऊं, 41, 49.35 हेक्टेयर
गढ़वाल, 34, 46.5 हेक्टेयर
वन्यजीव विहार, 03, 1.85 हेक्टेयर
फायर सीजन में अब तक 647 घटनाएं
अब तक जंगलों में आग की 647 घटनाएं
इस फायर सीजन में अब तक जंगलों में आग की 647 घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं। जिसमें 769 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।