अहमदाबाद | संवाददाता
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जिसने केंद्र सरकार की विभिन्न एजेंसियों में नौकरी दिलाने के नाम पर देशभर के युवाओं से लाखों रुपये ठग लिए। यह मामला फिल्म “स्पेशल 26” की कहानी की तरह है, जिसमें आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेता था।
गिरफ्तार आरोपी का नाम अमन नरेंद्रनाथ वर्मा (36) है, जो झारखंड के धनबाद जिले के भूईफोर इलाके का रहने वाला है। अमन केवल 12वीं पास है, लेकिन उसने निजी कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स किया हुआ है और करीब सात साल तक बैंकिंग सेक्टर में काम कर चुका है।
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक, अमन वर्मा केंद्र सरकार की विभिन्न शाखाओं जैसे इनकम टैक्स, रेलवे, फूड डिपार्टमेंट, हेल्थ डिपार्टमेंट आदि से मिलते-जुलते नामों के ईमेल आईडी बनाता था। इन्हीं ईमेल से वह नौकरी चाहने वाले युवकों और युवतियों को फर्जी ऑफर लेटर भेजता था।
इसके बाद वह बड़े शहरों के नामी होटलों में इंटरव्यू आयोजित करता, जहाँ खुद को अधिकारी बताकर उम्मीदवारों से मुलाकात करता था। वह “ट्रेनिंग” और “वेरिफिकेशन प्रोसेस” के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलता था।
आरोपी ने झारखंड की एक युवती, जो राज्य सरकार में पीआई रह चुकी एक महिला की बेटी है, से इनकम टैक्स विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ₹9.30 लाख की ठगी की। शिकायत दर्ज होने के बाद अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने तकनीकी जांच शुरू की और आरोपी को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि वर्ष 2023 में इसी तरह के मामले में सीबीआई ने भी अमन वर्मा को गिरफ्तार किया था और उसने उस मामले में जेल की सजा भी काटी थी। जेल से छूटने के बाद उसने 14 नए फर्जी ईमेल आईडी बनाए और फिर से ठगी शुरू कर दी।
पिछले एक साल में उसने देशभर के करीब 35 से अधिक युवाओं को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठे। पुलिस ने उसके पास से कई चेकबुक, एटीएम कार्ड, पेन ड्राइव, दो नकली इनकम टैक्स पहचान पत्र और एक लैपटॉप जब्त किया है।
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने लोगों से अपील की है कि वे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति या एजेंसी को पैसे न दें। सभी सरकारी भर्तियाँ पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होती हैं और किसी अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती।
साइबर ब्रांच ने यह भी कहा कि अगर कोई संदिग्ध ईमेल या ऑफर लेटर मिले तो तुरंत पुलिस या राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।

