कीव/मॉस्को/फ्लोरिडा: यूक्रेन में दिसंबर के पहले हफ्ते में रूस ने अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला किया है। यह हमला ऐसे समय हुआ जब अमेरिका और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता का तीसरा दौर शुरू होने वाला था। शुक्रवार देर रात से शनिवार सुबह तक चले इस हमले में कई इमारतें ढह गईं, और कम से कम 8 लोग घायल हुए हैं।
यूक्रेनी वायुसेना ने जानकारी दी कि रूस ने
- 653 ड्रोन
- 51 मिसाइलें
एक साथ दागीं।
रक्षा प्रणाली ने इनमें से
- 585 ड्रोन और
- 30 मिसाइलें
मार गिराईं या निष्क्रिय कर दीं।
इसके बावजूद 29 स्थानों पर हमले सफल रहे।
हमला उस दिन हुआ जब यूक्रेन अपना सशस्त्र बल दिवस मना रहा था। अचानक पूरे देश में हवाई हमले के सायरन बजने लगे।
यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्री इहोर क्लिमेंको के मुताबिक, कम से कम 8 लोग घायल हुए, जिनमें से 3 केवल कीव क्षेत्र से थे। ड्रोन की उड़ान पश्चिमी लवीव तक देखी गई।
यूक्रेन की राष्ट्रीय ऊर्जा कंपनी यूक्रेनेर्गो ने बताया कि हमला बड़े पैमाने पर बिजली संयंत्रों और ऊर्जा ढांचे पर केंद्रित था।
राष्ट्रपति वोलोदमिर जेलेंस्की ने कहा कि ऊर्जा सुविधाएँ ही इस हमले का प्रमुख लक्ष्य थीं।
कीव क्षेत्र के फास्टिव शहर में रेलवे स्टेशन ड्रोन हमले के बाद राख का ढेर बन गया।
यूक्रेन ने भी रूस पर पलटवार किया है।
दूसरी ओर, रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने अपने क्षेत्र पर मंडराते 116 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए।
रूसी टेलीग्राम चैनल आस्त्रा ने दावा किया कि यूक्रेन ने रूस के रियाज़ान तेल रिफाइनरी पर हमला किया। वीडियो में रिफाइनरी में आग और धुएं का बड़ा गुबार दिख रहा है।
पिछले कई महीनों से रूस यूक्रेन की बिजली और ऊर्जा प्रणालियों को निशाना बना रहा है, ताकि नागरिकों पर ठंड के मौसम में अधिकतम दबाव डाला जा सके।
यूक्रेनी अधिकारी इसे रूस की “ठंड को हथियार बनाने” की रणनीति बताते हैं।
रियाज़ान क्षेत्र के गवर्नर पावेल माल्कोव ने कहा कि ड्रोन के मलबे ने एक आवासीय इमारत और एक औद्योगिक परिसर को नुकसान पहुँचाया, पर रिफाइनरी का उन्होंने कोई उल्लेख नहीं किया।
हमलों का यह दौर ऐसे समय आया है जब फ्लोरिडा में अमेरिका और यूक्रेन युद्ध के बाद की सुरक्षा व्यवस्था पर वार्ता कर रहे हैं।
- अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ,
- पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के दामाद जैरेड कुशनर,
- यूक्रेनी वार्ताकार रुस्तम उमेरोव और अंद्रीय ह्नातोव
ने शुक्रवार की बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी किया।
बयान में कहा गया:
“वास्तविक प्रगति तभी संभव है जब रूस लंबे समय तक शांति के प्रति गंभीर प्रतिबद्धता दिखाए।”
ट्रंप प्रशासन युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका-संचालित प्रस्ताव पर कीव और मॉस्को को सहमत कराने की कोशिश में लगा है।

