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अंतर-राष्ट्रीय देश

‘रागासा’ की दस्तक से कांपा फ़िलीपींस, तूफान के डर से गांव छोड़ते लोग, सन्नाटा और सैलाब साथ-साथ

समंदर गरज रहा है, आसमान काला पड़ चुका है, और हवा की रफ्तार इंसानी आवाज़ को निगल रही है। फ़िलीपींस इस समय एक ऐसी आपदा की ओर बढ़ रहा है, जिसने हज़ारों लोगों की नींद छीन ली है। सुपर तूफान ‘रागासा’ अगले कुछ घंटों में देश के उत्तरी हिस्से से टकराने वाला है, और इसके असर से पहले ही गांवों में खामोशी और घबराहट पसरी हुई है।

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि यह तूफान 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है, और लैंडफॉल के समय इसकी रफ्तार 265 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। समुद्र में 10 फीट ऊंची लहरें उठ रही हैं जो तटीय इलाकों को निगलने के लिए तैयार हैं।

कागायन, अपायाओ और इलोकोस जैसे उत्तर के प्रांतों में सैकड़ों गांव खाली हो चुके हैं। 8,200 से ज्यादा लोग पहले ही राहत शिविरों में पहुंचाए जा चुके हैं, जबकि सैकड़ों परिवार अब भी अपने घरों से जरूरी सामान समेट कर सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं।

हर तरफ हाहाकार और बेचैनी है। बच्चों को कंधे पर उठाए, बुज़ुर्गों को हाथों में पकड़े लोग, तेज हवाओं और बारिश के बीच सुरक्षा की एक किरण की ओर बढ़ रहे हैं।

मौसम विभाग का कहना है कि कागायन, बाटानेस, इलोकोस नॉर्टे और इलोकोस सुर जैसे क्षेत्रों में 3 मीटर से अधिक ऊंची तूफानी लहरें तबाही मचा सकती हैं। इन इलाकों में बिजली कट चुकी है, सड़कें जलमग्न हो रही हैं, और कई जगह भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। फ़िलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने राजधानी मनीला सहित 29 प्रांतों में स्कूलों और सभी सरकारी कामकाज को स्थगित करने के आदेश जारी किए हैं।

तटीय और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों से बार-बार अपील की जा रही है कि वे अपने घर खाली करें और प्रशासन की मदद लें।

तूफान का रास्ता सिर्फ फ़िलीपींस तक सीमित नहीं है। यह ताइवान, हांगकांग और मकाऊ की ओर भी बढ़ रहा है।

ताइवान में स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं। हांगकांग में लोग भोजन और दवाओं का स्टॉक जमा कर रहे हैं। सरकार ने रेत के बोरे, बैरिकेड्स और आपात राहत सामग्री तैनात कर दी है।

मकाऊ पुलिस ने निम्न इलाकों में रहने वालों को तत्काल निकासी की तैयारी करने को कहा है।

सुपर तूफान ‘रागासा’ इस साल फिलीपींस में आने वाली 14वीं प्राकृतिक आपदा है। यह अब तक का सबसे शक्तिशाली तूफान माना जा रहा है, जो अगले 48 घंटे में एशिया के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक यह तूफान बुधवार तक दक्षिण चीन सागर में रहेगा, और फिर ताइवान और हांगकांग के दक्षिणी हिस्सों को प्रभावित करता हुआ चीन की मुख्य भूमि की ओर बढ़ सकता है।

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