गांधीनगर, 16 अक्टूबर 2025 —
गुजरात की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर राज्य सरकार के सभी 16 मंत्रियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम आगामी कैबिनेट विस्तार के तहत उठाया गया है, जो शुक्रवार को दोपहर 12:39 बजे निर्धारित शपथ ग्रहण समारोह के साथ संपन्न होगा।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार अब नए मंत्रिमंडल के गठन की ओर बढ़ रही है, जिसमें पुराने चेहरों को हटाकर नए नेताओं को मौका देने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
सूत्रों के अनुसार, वर्तमान मंत्रिपरिषद में से केवल 4-5 मंत्रियों को दोबारा शामिल किया जा सकता है, जबकि अधिकांश पुराने मंत्रियों का टिकट कटने वाला है। इस कैबिनेट विस्तार में 16 नए चेहरों को शामिल करने की संभावना है, जिसमें 2 महिला नेताओं को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
नई मंत्रिपरिषद में कुल 20 से 23 मंत्री हो सकते हैं। यह विस्तार भाजपा के आगामी चुनावी एजेंडे और जनसंपर्क रणनीति के अनुरूप किया जा रहा है।
इस बड़े सियासी बदलाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ एक अहम बैठक की थी। इस बैठक में न सिर्फ कैबिनेट विस्तार, बल्कि संगठनात्मक स्तर पर भी नई भूमिका देने की रणनीति पर चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी चाहते हैं कि नए मंत्रियों की टीम जनता से जुड़ी हो और दीपावली से पहले अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय रूप से जनसंपर्क शुरू कर दे।
गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं, और संविधान के अनुसार किसी राज्य सरकार में अधिकतम 15% या 27 मंत्री नियुक्त हो सकते हैं। अब तक गुजरात सरकार में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित 17 मंत्री थे, जिनमें 8 कैबिनेट मंत्री और 8 राज्य मंत्री शामिल थे।
हाल ही में एक और बदलाव में जगदीश विश्वकर्मा को राज्य मंत्री पद से हटाकर गुजरात भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने सी.आर. पाटिल की जगह ली है, जो अब केंद्र में मंत्री पद संभाल रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कैबिनेट विस्तार भाजपा की 2027 विधानसभा चुनाव और 2026 स्थानीय निकाय चुनावों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। पार्टी का लक्ष्य युवा, जमीनी और सामाजिक रूप से विविध नेताओं को आगे लाकर जन समर्थन को मजबूत करना है।
शुक्रवार, 17 अक्टूबर को दोपहर 12:39 बजे गुजरात के राजभवन में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू होगा।
गुजरात भाजपा सरकार का यह बड़ा कदम केवल कैबिनेट विस्तार नहीं, बल्कि संगठन और शासन के स्तर पर एक नई शुरुआत का संकेत है। अब देखना यह होगा कि नए चेहरे राज्य की जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरे उतरते हैं।