एशिया की अब तक की सबसे लंबी रोप-वे परियोजना ऋषिकेश आइएसबीटी से नीलकंठ मंदिर को लेकर आगामी छह जून को प्रि-बिड कान्फ्रेंस होगी। इसके अलावा हरिद्वार में पाड कार प्रोजेक्ट और हर की पौड़ी से चंडी देवी मंदिर तक रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर भी कार्यवाही तेज हो गई है।
देहरादून में नियो मेट्रो प्रोजेक्ट को केंद्र से स्वीकृति दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यूकेएमआरसी के प्रबंध निदेशक ने सभी प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी और वर्तमान स्थिति के साथ भावी गतिविधियों की जानकारी दी है।
465.69 करोड़ से तैयार होगी सबसे लंबी रोपवे परियोजना
- ऋषिकेश में आइएसबीटी से त्रिवेणी घाट, नीलकंठ महादेव मंदिर और पार्वती माता मंदिर तक रोपे-वे का निर्माण किया जाएगा।
- 69 करोड़ से तैयार होने वाली 6.485 किलोमीटर लंबी यह परियोजना एशिया में सबसे लंबी होगी।
- भारत में अब तक सबसे लंबी रोपवे कश्मीर के गुलमर्ग में 4.2 किमी और उत्तराखंड के औली में 4.1 किमी है।
- आइएसबीटी से पार्वती माता मंदिर तक रोपवे में चार स्टेशन होंगे।
- ऋषिकेश से नीलकंठ की दूरी महज 17 मिनट में तय हो सकेगी।
- मोनो केबल डिटैचेबल गोनडोला सिस्टम तकनीक से बनने वाली परियोजना में 10 व्यक्तियों की क्षमता के 143 केबिन कार होंगी।
- चारों स्टेशन के बीच कुल 36 टावर का निर्माण किया जाएगा।
- परियोजना के लिए 4.237 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही गतिमान है। इसमें 2.277 हेक्टेयर सरकारी और 1.960 हेक्टेयर निजी भूमि है।
परियोजना की स्थिति
- नाम: ऋषिकेश-नीलकंठ रोपवे
- टेंडर खुलने की तिथि: 14 जुलाई 2023
- वित्तीय प्रबंध का समय: छह माह
- निर्माण कार्य की समय सीमा: तीन वर्ष
प्रस्तावित किराया
- स्टेशन, वन वे, टू वे
- आइएसबीटी से त्रिवेणी घाट, 35, 60
- त्रिवेणी घाट से नीलकंठ, 230, 415
- नीलकंठ से पार्वती मंदिर, 65, 120
- पूरा सफर, 330, 590
हर की पौड़ी से सीधा चंडी देवी दर्शन
हरिद्वार में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए महत्वकांक्षी रोपवे परियोजना तैयार की जा रही है। हरकी पौड़ी के पास स्थित दीन दयाल उपाध्याय पार्किंग से चंडी देवी मंदिर तक रोपवे का निर्माण किया जाएगा।
महज दो स्टेशन वाली इस परियोजना की लंबाई 2.30 किमी होगी। नौ मिनट के भीतर यात्री हर की पौड़ी से चंड़ी देवी मंदिर पहुंच सकेगा। इसके लिए आगामी 29 मई को प्रि-बिड कान्फ्रेंस आयोजित की जाएगी और पांच जुलाई को टेंडर खोले जाएंगे।
इसका प्रस्तावित किराया वन वे 155 और टू वे 280 रुपये निर्धारित किया गया है। इस परियोजना को पूरा करने के बाद यूकेएमआरसी हर की पौड़ी से मनसा देवी मंदिर तक भी रोपवे निर्माण की योजना बना रहा है।
परियोजना पर एक नजर
- नाम: हर की पौड़ी से चंड़ी देवी मंदिर रोपवे
- बजट: 160.80 करोड़ रुपये
- टावरों की संख्या: 13
- केबिन कार की क्षमता: छह व्यक्ति
- कुल केबिन कार: 90
- निर्माण की समय सीमा: दो वर्ष
देश की पहली पाड कार सेवा हरिद्वार में
अत्याधुनिक तकनीकी पर आधारित पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (पीआरटी) या पाड कार सर्विस से हरिद्वार में यातायात सुगम होगा। देश में बनने जा रही यह पहली पीआरटी परियोजना होगी। 20 किमी से अधिक की लंबाई के इस प्रोजेक्ट में चार कोरिडोर और कुल 21 स्टेशन होंगे।
चार से छह सीटर पाड कार एयर कंडीशंड व बैटरी आपरेटेड होगी। जिसमें ड्राइवर की आवश्यकता नहीं होती है। शहर में यह 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। परियोजना के तहत 514 पाड कार चलाई जाएंगी।
परियोजना पर नजर
- नाम: हरिद्वार दर्शन
- लागत: 1330 करोड़ रुपये
- दैनिक यात्रियों की अनुमानित संख्या: 1.27 लाख
- टेंडर खुलने की तिथि: एक जून 2023
- निर्माण की समय सीमा: तीन वर्ष
पाड कार का प्रस्तावित किराया
- दूरी, आम दिन, मेले के समय
- 0-2, 20, 25
- 2-4, 40, 50
- 4-6, 60-75
- 6-8, 75, 90
- 8-10, 80, 100
- 10-14, 85, 105
- 14 से अधिक, 90, 115
- (दूरी किमी में और किराया रुपये में है।)