प्रदेश में अब जल्द ही महिला होमगार्ड के 330 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। भर्ती को लेकर लिखित परीक्षा कराने को लेकर चल रहा असमंजस अब काफी हद तक दूर हो चुका है।
शासन स्तर पर निर्णय लिया गया है कि अब भर्ती के लिए लिखित परीक्षा नहीं होगी। इनकी भर्ती शारीरिक परीक्षा और शैक्षिक योग्यता के आधार पर होगी। जल्द ही शासन द्वारा इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
पुलिस के कार्यों में सहयोग दे रहे होमगार्ड
प्रदेश में इस समय लगभग 6500 होमगार्ड विभिन्न सरकारी कार्यालयों के साथ ही पुलिस के कार्यों में सहयोग दे रहे हैं। इनमें पुरुष व महिला होमगार्ड दोनों ही शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिसंबर में हुई रैतिक परेड में महिला होमगार्ड की भर्ती की घोषणा की थी।
इस क्रम में शासन ने आदेश जारी कर ऊधमसिंह नगर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी और टिहरी जिले में एक-एक महिला प्लाटून महिला होमगार्ड के पदों पर भर्ती करने का निर्णय लिया।
अभी होमगार्ड विभाग में महिला होमगार्ड के 239 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 215 महिला होमगार्ड तैनात हैं। ये महिला होमगार्ड देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले में सेवा दे रही हैं। ऐसे में शेष बचे जिलों में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की बात हुई।
पहले भी नहीं थी लिखित परीक्षा की व्यवस्था
शासन ने इसके लिए पहले होमगार्ड मुख्यालय को परीक्षा कराने के लिए कहा। कहा गया कि प्रश्नपत्र भी मुख्यालय ही बनाएगा। मुख्यालय ने इससे यह कहते हुए हाथ पीछे खींच लिए कि लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्र बनाने का कार्य विशेषज्ञ एजेंसी का होता है।
वहीं, पहले भी होमगार्ड के लिए लिखित परीक्षा की व्यवस्था नहीं थी। इस पर शासन में फिर से मंथन हुआ। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि अब लिखित परीक्षा के स्थान पर शैक्षिक योग्यता के आधार पर महिला होमगार्ड की भर्ती की जाएगी।
महासमादेष्टा व निदेशक होमगार्ड केवल खुराना ने कहा कि शासन के दिशा-निर्देश मिलते ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।