नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आगामी भारत दौरे को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं। पुतिन गुरुवार, 4 दिसंबर को भारत पहुंचेंगे। उनके आगमन से पहले भारतीय और रूसी सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर दिल्ली को अभेद्य सुरक्षा घेरे में बदल दिया है।
पुतिन की इस यात्रा पर वैश्विक स्तर पर नज़रें टिकी हुई हैं, क्योंकि भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग को लेकर अहम समझौते होने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार, रूस भारत को न केवल उन्नत हथियार प्रणाली देगा, बल्कि उनकी निर्माण तकनीक भी साझा करने पर सहमत है। इससे भारत को इन हथियारों का घरेलू उत्पादन करने की सुविधा मिलेगी।
सूत्रों के मुताबिक, व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर गुरुवार की शाम लगभग 7 बजे दिल्ली पहुंचेंगे। उसी रात उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का कार्यक्रम तय है। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, रक्षा सहयोग और रणनीतिक साझेदारी पर विस्तृत बातचीत होने की संभावना है।
5 दिसंबर, शुक्रवार को पुतिन पहले राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। इसके बाद उनका कार्यक्रम हैदराबाद हाउस जाने का है, जहां भारत-रूस के बीच आधिकारिक द्विपक्षीय बैठक होगी। बैठक के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधि संयुक्त बयान जारी करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, पुतिन शुक्रवार को भारत मंडपम में FICCI (फिक्की) द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भी भाग ले सकते हैं। इसके बाद शाम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित राजकीय भोज में उनकी उपस्थिति की संभावना है।
भारत और रूस के बीच यह उच्च स्तरीय वार्ता आने वाले वर्षों में दोनों देशों की रक्षा नीति और रणनीतिक सहयोग को नई दिशा दे सकती है।

