कुछ दिन में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है, ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग ने अभियान का दायरा बढ़ाया है। स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत और आयुक्त डा. आर राजेश कुमार ने भी अधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्ग पर खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
दून व आसपास के क्षेत्रों में राज्य के बाहर से सप्लाई होने वाले दूध व दुग्ध उत्पादों की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की दो टीमें गठित की गई। पहली टीम का नेतृत्व खाद्य सुरक्षा विभाग के उपायुक्त जीसी कंडवाल व दूसरी टीम का नेतृत्व गढ़वाल मंडल उपायुक्त राजेंद्र सिंह रावत ने किया।
टीम ने एफडीए विजिलेंस के साथ अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाकर दूध व दुग्ध उत्पादों की जांच की। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि टीम ने धर्मपुर-डांडा स्थित एक स्टोर में छापा मारा, जिसमें एक कमरे में डीप फ्रिजर में धर्मेंद्र व शुभम नाम के व्यक्तियों ने दो कुंतल पनीर रखा हुआ था।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह पनीर इरशाद नाम का व्यक्ति रामपुर मनिहारान, सहारनपुर से लाया था। जिसको प्राइवेट वैन से देहरादून व मसूरी के होटलों व रेस्तरां में सप्लाई किया जाना था। पनीर रिफाइंड तेल, आरारोट आदि मिलाकर तैयार किया गया था।
वहीं, छह नंबर पुलिया पर अफजल व पिंकू कुमार नाम के दो व्यक्तियों से वैन में लाया जा रहा दो कुंतल पनीर भी एफडीए की टीम ने पकड़ा। इस तरह अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए चार कुंतल मिलावटी पनीर को जेसीबी चलाकर नष्ट किया गया। इसके अलावा पनीर, मावा व मसाला के आठ सैंपल एकत्र कर गुणवत्ता जांच के लिए रुद्रपुर स्थित लैब भेजे गए हैं।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित व्यापारियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभियान चलाने वाली टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी मंजू रावत, रमेश सिंह, संजय तिवारी, विजिलेंस इंस्पेक्टर जगदीश रतूड़ी व कांस्टेबल योगेंद्र भी शामिल रहे।
बार-बार एक ही जगह से हो रही सप्लाई
पिछले दो साल में दून में जब भी मिलावटी पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई, इसका सप्लायर एक ही रहा है। सप्लाई रामपुर मनिहारन से की जा रही है। बीते साल अप्रैल में नेहरू कालोनी में एक मिल्क वैन में 500 किलो मिलावटी पनीर पकड़ा गया था। यह पनीर भी रामपुर मनिहारन से लाया गया था। इससे पहले आइटी पार्क क्षेत्र में 180 किलो मिलावटी पनीर पकड़ा गया था। इसका सप्लायर भी वही था।
ठिकाना बदल रहे मिलावटखोर
मिलावटी पनीर की सप्लाई के लिए दून में एजेंट सक्रिय हैं। ये एजेंट बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे हैं। ये लोग डेयरी आदि नहीं खोलते, बल्कि अलग-अलग जगह कमरे किराये पर लेते हैं। वहां डीप फ्रिजर आदि की व्यवस्था कर पनीर स्टोर किया जाता है। इसे फुटकर में बेचने के बजाय थोक में सप्लाई किया जाता है। मुख्यत: यह पनीर बड़े होटल व रेस्टोरेंट में सप्लाई किया जा रहा है।