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दहेज लोभियों ने एक और बेटी (शिखा) की जान ली,

नीमकाथाना, 17 जून को अचानक इस खबर से सनसनी फैल गई कि जीर की चौकी के पास एक जवान लड़की की लाश पड़ी मिली है।

ज्ञात हो कि 4 दिसंबर 2023 को शिखा अग्रवाल पुत्री सतीश अग्रवाल की शादी पंकज, निवासी अलवर (राज.) के साथ हुई थी। शिखा बैंक ऑफ बड़ौदा, नीमकाथाना में तैनात थी जबकि पंकज, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में नीमकाथाना के पास तैनात था। शादी के बाद पंकज, शिखा और पंकज की मां कुछ दिन साथ-साथ रहे, किंतु कुछ ही दिन बाद वे शिखा से दहेज की मांग करने लगे और शिखा पर अत्याचार करने लगे। आखिरकार, शिखा दुखी होकर 7 फरवरी 2024 को अपने मायके पिता के घर आ गई। इसके बाद कई बार समझाने का प्रयास भी किया गया।

शिखा का पति पंकज 14 जून से शिखा को शाम को नेहरू पार्क मिलने और मेल-मिलाप के लिए बुलाता था। शिखा 9 बजे तक वापस आ जाती थी किंतु 16 जून को जब शिखा वापस नहीं आई, तो उसे फोन किया गया लेकिन फोन नहीं उठा। तब पंकज को फोन लगाया गया, फोन‌ की रिंग जा रही थी। किन्तु 12 बजे के बाद फोन बंद हो गया। पंकज की मां को फोन किया तो उन्होंने बताया कि बेटा उसे बताकर नहीं गया। इस पर चिंता हुई और पुलिस को बताया गया। शिखा का मोबाइल चालू था और दिखाए गए लोकेशन पर तलाश भी की गई लेकिन शिखा नहीं मिली।

17 जून को लाश की सूचना पाते ही शिनाख्त हुई कि यह शिखा की ही लाश है। मृतका के पिता ने इसकी सूचना पुलिस को देते हुए कोतवाली, सदर में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई। यह मामला अत्यंत गंभीर है और भारतीय शासित राज्य का है, यह पुलिस एवं सरकार के लिए चुनौती है। कातिल पति का पुलिस को अभी सुराग नहीं मिला। पुलिस ने मौके के साक्ष्यों को देखते हुए कातिल की मां को भी गिरफ्तार नहीं किया, जिससे आशंका है कि वह भी कहीं भाग न जाए। अभी – अभी पंकज के गिरफ्तार होने की सूचना मिली है।

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