onwin giriş
Home देश

CFR की चेतावनी: 2026 में भारत-पाकिस्तान के बीच सशस्त्र संघर्ष की आशंका

वॉशिंगटन/नई दिल्ली।
अमेरिका के प्रमुख थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस (CFR) ने चेतावनी दी है कि बढ़ती आतंकी गतिविधियों के चलते वर्ष 2026 में भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से सशस्त्र संघर्ष हो सकता है। CFR की रिपोर्ट में कहा गया है कि सीमा पार आतंकवाद दोनों देशों के बीच तनाव का मुख्य कारण बना हुआ है, जो भविष्य में बड़े टकराव का रूप ले सकता है।

रिपोर्ट में मई 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई झड़पों का भी उल्लेख किया गया है। CFR के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 6 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट का दावा है कि इस कार्रवाई में कई आतंकी शिविर नष्ट हुए और बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए।

CFR ने यह भी कहा है कि 7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों की कोशिश की गई, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम किया। इसके बाद दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच बातचीत हुई और नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्षविराम पर सहमति बनी।

थिंक टैंक की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि अमेरिकी विदेश नीति विशेषज्ञों के एक सर्वे के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान सहित दुनिया के कई संघर्ष क्षेत्रों में तनाव कम करने के प्रयास किए हैं।

CFR रिपोर्ट में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भी चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और आतंकी गतिविधियों के कारण 2026 में सीमित संघर्ष की आशंका जताई गई है। थिंक टैंक का कहना है कि इस क्षेत्र में भी अस्थिरता का मुख्य कारण आतंकवादी हमले और जवाबी कार्रवाई हो सकते हैं।

हालांकि CFR की यह रिपोर्ट एक आकलन पर आधारित है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए कूटनीतिक प्रयासों और आतंकवाद पर प्रभावी नियंत्रण की जरूरत बनी हुई है।

Similar Posts

© 2015 News Way· All Rights Reserved.