केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे दिन कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग डर और चिंता के माहौल में जी रहे हैं तथा बीते 15 वर्षों में भ्रष्टाचार, कुशासन और घुसपैठ चरम पर पहुंच गई है। अमित शाह ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में विकास रुक गया है और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं।
अमित शाह ने कहा कि 2026 का विधानसभा चुनाव बंगाल के लिए बेहद अहम है और बीजेपी राज्य में दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार के कार्यकाल में राज्य में डर और भ्रष्टाचार पहचान बन चुके हैं। शाह के अनुसार, मोदी सरकार की योजनाएं बंगाल में “टोल सिंडिकेट” का शिकार हो रही हैं, जिससे आम जनता को उनका लाभ नहीं मिल पा रहा।
‘बंग भूमि’ को बीजेपी के लिए ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बताते हुए अमित शाह ने कहा कि पार्टी की स्थापना डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी, जो बंगाल के महान नेता थे। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल 2026 के बाद जब राज्य में बीजेपी सरकार बनेगी, तब बंगाल की विरासत और संस्कृति को फिर से जीवंत किया जाएगा।
अमित शाह ने बीजेपी के बढ़ते जनाधार का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 17 प्रतिशत वोट और दो सीटें मिली थीं, जबकि 2019 में यह बढ़कर 41 प्रतिशत वोट और 18 सीटें हो गईं। 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 77 सीटें मिलीं और 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 39 प्रतिशत वोट हासिल हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वाम दल पूरी तरह कमजोर हो चुके हैं।
शाह ने भरोसा दिलाया कि बीजेपी सरकार बनने पर पश्चिम बंगाल में विकास की गंगा बहेगी, गरीबों के कल्याण को प्राथमिकता दी जाएगी और घुसपैठ रोकने के लिए नेशनल ग्रिड तैयार किया जाएगा।
