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देहरादून का घंटाघर फिर बना विवाद का केंद्र, करोड़ों की लागत के बाद भी बंद पड़ी हैं घड़ियां

देहरादून, 12 अक्टूबर 2025:
देहरादून की पहचान और ऐतिहासिक धरोहर माने जाने वाला घंटाघर एक बार फिर चर्चा में है। हाल ही में करोड़ों रुपये की लागत से किए गए रिनोवेशन के बाद अब इसकी सभी घड़ियां बंद पड़ी हैं, जिससे स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत हुए इस कार्य में भारी राशि खर्च करने के बावजूद तकनीकी खामियों का सामने आना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

महानगर कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा ने प्रशासन और स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत काम कर रही एजेंसी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि “घंटाघर देहरादून की शान है, लेकिन अफसोस की बात है कि उद्घाटन के एक महीने के भीतर ही इसकी घड़ियां बंद हो गई हैं। करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद यह स्थिति बेहद निराशाजनक है।”

उल्लेखनीय है कि घंटाघर के रिनोवेशन का उद्घाटन 7 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया था। इस अवसर पर महापौर सौरभ थपलियाल और विधायक खजान दास भी मौजूद थे। अब स्थानीय व्यापारी नेताओं ने विधायक से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि इस ऐतिहासिक धरोहर को सही हालत में बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है।

सुनील बांगा ने यह भी कहा कि जिस एजेंसी ने रिनोवेशन किया है, उसने घड़ियों की गारंटी दी होगी। यदि यह कार्य स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत हुआ है, तो संबंधित अधिकारियों को तुरंत इसकी मरम्मत करानी चाहिए। “हर पांच साल में घंटाघर के नाम पर करोड़ों खर्च कर दिए जाते हैं, लेकिन स्थायी समाधान कभी नहीं निकलता,” उन्होंने कहा।

इस मौके पर व्यापारी सुरेश गुप्ता, मनोज कुमार, राजेश मित्तल, अरुण कोहली, राहुल कुमार, रजत कुमार, आमिर खान, सनी सोनकर, विशाल खेड़ा, सोनू मेहंदीरत्ता और राजेंद्र सिंह घई समेत कई व्यापारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द घड़ियों की मरम्मत कराई जाए और घंटाघर की मूल पहचान को कायम रखा जाए।

देहरादून का घंटाघर सिर्फ एक स्थापत्य संरचना नहीं, बल्कि शहर की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। इसके रखरखाव में लापरवाही से न केवल जनता की भावनाएं आहत होती हैं, बल्कि यह करोड़ों के सार्वजनिक धन की बर्बादी का भी संकेत देता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर कितनी तेजी से संज्ञान लेता है।

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