लोकसभा चुनाव में हरिद्वार लोकसभा सीट से टिकट की दौड़ में पिछड़े पूर्व मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत को एक बार फिर ईडी ने समन भेजा है। उन्हें 2 अप्रैल को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रावत और उनके परिजन व करीबियों के ईडी पूछताछ कर रही है। रावत ,काम का हवाला देते हुए अब तक ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। इस बारे में डॉक्टर हरक सिंह रावत से संपर्क नहीं हो सका।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने हरक सिंह रावत को मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में पूछताछ के लिए 2 अप्रैल को पेश होने को कहा है। इससे पहले 29 फरवरी को उन्हें जांच एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया था,किंतु रावत ने चुनाव के सिलसिले में देहरादून से बाहर होने की बात कहकर नोटिस को स्थगित करने की मांग की थी।
जांच एजेंसी ने इस सिलसिले में 7 फरवरी को हरक सिंह रावत और उनके करीबियों के परिसर पर छापे मारे थे। उनकी बहू अनुकृति गुसाई को भी ईडी ने तलब किया था किंतु उन्होंने भी गवाही नहीं दी। पूर्व कांग्रेस नेता हाल ही में कांग्रेस छोड़ चुकी हैं। उनके कांग्रेस से बाय बाय करने के बाद ये चर्चा थी कि यदि हरक सिंह को कांग्रेस से हरिद्वार का टिकट नहीं मिलता है तो पहले अनुकृति और बाद में रावत भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि हरक को हरिद्वार से टिकट दिलाने के लिए उनके हरिद्वार के एक विधायक मित्र ने दिल्ली की खूब दौड़ लगाई,लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल पाई और टिकट ,हरक के धुर विरोधी पूर्व सीएम हरीश रावत के पुत्र के हाथ गया।