कुछ दिन पहले ऊधमसिंहनगर के किच्छा से आई एक खबर ने शासन-प्रशासन में खलबली मचा दी थी। यहां गरीब तबके के लोगों का ब्रेन वॉश कर उनका धर्मांतरण कराया जा रहा था।
देहरादून में धर्म परिवर्तन का मामला
उन्हें ईसाई बनने के लिए दस-दस लाख रुपये का लालच दिया गया। मामले मे दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी। अब एक ऐसी ही घटना राजधानी देहरादून के विकासनगर में सामने आई है। यहां एक हिंदू युवक ने दो लोगों पर धन और बीमारी के उपचार का प्रलोभन देकर लोगों का धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है। पीड़ित युवक हिंदू धर्म का है। जबकि आरोपी ईसाई समुदाय के हैं। पुलिस को दी गई शिकायत में युवक ने ये भी कहा की दोनों आरोपी हिंदू देवी-देवताओं के लिए अपशब्द कहते थे। उधर धर्मांतरण का आरोप लगाने वाले युवक समेत छह लोगों के खिलाफ दूसरे पक्ष ने घर में घुसकर पीटने, तोड़फोड़ करने और धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज कराया है। पुलिस दोनों पक्षों के आरोपों की जांच कर रही है। चलिए पूरा मामला बताते हैं।
विकासनगर धर्मांतरण मामला
विकासनगर निवासी प्रवेश सिंह ने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात एक परिचित के जरिए प्रेमनगर निवासी सत्येंद्र भट्ट से हुई थी, जो कि ईसाई बन चुका है। प्रवेश की तबीयत ठीक नहीं चल रही थी तो सत्येंद्र ने कहा कि वो उसका इलाज कर सकता है। रविवार को प्रवेश सत्येंद्र के घर पहुंचा तो वहां सत्येंद्र और उसके एक अन्य साथी राजीव कुमार ने उसे धन और इलाज का प्रलोभन देकर ईसाई बनने को कहा। दोनों ने उसके हाथ से कलावा निकाल दिया, गले में पहनी रुद्राक्ष की माला भी तोड़ दी। उधर, सत्येंद्र भट्ट का कहना है कि रविवार को प्रवेश और उसके साथियों ने उसके घर में मारपीट की। प्रार्थना भवन में तोड़फोड़ करने के बाद ईसाई धर्म के प्रतीक चिह्न भी तोड़ दिए। मामले में प्रवेश सिंह समेत 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।