नई दिल्ली – 2,000 रुपये के नोटों को वापस लाने या बदलने की अंतिम तिथि आज है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुसार, 1 अक्टूबर से बैंकनोट का मूल्य समाप्त हो जाएगा और यह सिर्फ कागज का एक और टुकड़ा होगा। केंद्रीय बैंक द्वारा 2000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा के चार महीने बाद अब नोट बदलने की तिथि समाप्त हो रही है।
30 सितंबर की समय सीमा के बाद भी 2000 रुपये के नोट वैध बने रहेंगे, लेकिन उन्हें लेनदेन में स्वीकार नहीं किया जाएगा। 30 सितंबर की डेडलाइन के बाद नोटों को केवल आरबीआई से बदला जा सकता है।भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अधिनियम, 1934 की धारा 24 (1) के तहत नवंबर 2016 में 2000 रुपये मूल्यवर्ग के नोट पेश किए गए थे। ऐसा उस समय प्रचलन में मौजूद सभी 500 और 1000 रुपये बैंकनोटों के बैंक नोटकों की कानूनी मुद्रा की स्थिति को वापस लेने के बाद अर्थव्यवस्था की मुद्रा आवश्यकता को तेजी से पूरा करने के लिए किया गया था। राज्य मंत्री पंकज चौधरी के अनुसार, नोटों को पेश करने का उद्देश्य तब पूरा हो गया जब अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए। उन्होंने कहा, ‘इसे देखते हुए और आरबीआई की ‘स्वच्छ नोट नीति’ के तहत नोटों को वापस लेने का फैसला किया गया है।