20 साल पहले जैनी प्रकरण में सीबीआई और अब स्टिंग व कार्वेट मामले में सीबीआई/विजिलेंस पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता डा. हरक सिंह रावत के ठिकानों तक पहुंच गई है। आज विजिलेंस ने हरक सिंह रावत के कॉलेज शंकरपुर (सहसपुर)व पुत्र के नाम पर छिददरवाला में चल रहे पीएम पंप पर छापा मारा।
भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पर सीबीआई के बाद अब विजिलेंस की नजर भी पड़ गई है। बुधवार को विजिलेंस ने हरक सिंह रावत के बेटे के देहरादून के शंकरपुर स्थित दून इंस्टीट्यूट आफ मेेडिकल साइंस और छिददरवाला स्थित अमरावती पेट्रोल पंप में छापा मारा। विजिलेंस की कई टीम दस्तावेज खंगालने के अलावा पूछताछ भी कर रही है।
विजिलेंस के छापे की खबर मिलते ही पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी पुत्र वधू अनुकृति गुसाईं भी कालेज पहुंच गए। बताया जाता है कि ससुर व बहु की विजिलेंस टीम के साथ बहस भी हुई। भाजपा सरकार में वन मंत्री रहते हुए हरक सिंह रावत व कुछ विभागीय अधिकारियों पर कार्बेट पार्क की पाखरो रेंज में अवैध पेड़ कटान व निर्माण को लेकर गम्भीर आरोप लगे।
इस गंभीर प्रकरण में केंद्र की विभिन्न पर्यावरणीय जांच एजेंसी ने 6 हजार पेड़ों के अवैध कटान व निर्माण को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी। सीएम ने विजिलेंस जांच के आदेश भी दिए। कई वन विभाग के अधिकारी जांच की जद में हैं। 2016 में हरीश रावत की सरकार को गिरा बागी हरक सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। . तत्कालीन सीएम हरीश रावत और विधायक मदन बिष्ट के बहुचर्चित स्टिंग प्रकरण को लेकर हरक सिंह रावत सीबीआई जांच के दायरे में है। दो महीने पहले सीबीआई ने वॉयस सैंपल के लिए हरक, हरीश, मदन बिष्ट व स्टिंग करने वाले उमेश कुमार को नोटिस भी जारी किया था। चारों ने सीबीआई कोर्ट को जवाब दाखिल किया है। हाल ही में, कांग्रेस पार्टी ने हरक सिंह को राजस्थान चुनाव में समन्वयक की जिम्मेदारी मिली है। इस जिम्मेदारी के बाद जगह जगह हरक सिंह का स्वागत हो रहा है।
हरक सिंह रावत हरिद्वार लोकसभा से चुनाव की तैयारी में भी जुटे हुए हैं। इसी बीच, विजिलेंस ने भी हरक के कॉलेज व पेट्रोल पंप की नाप जोख शुरू कर दी है। कार्बेट पार्क कटान व स्टिंग प्रकरण में सीबीआई व विजिलेंस के निशाने पर आने से कांग्रेसी नेता हरक सिंह रावत की राजनीति में संकट की पदचाप सुनाई दे रही है।