राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज राजभवन परिसर में ध्वाजारोहण किया और महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने राजभवन से प्रकाशित होने वाले त्रैमासिक पत्रिका ‘नंदा’ का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के त्याग, बलिदान, शौर्य और संघर्ष के बल पर हमें आजादी प्राप्त हुई है। भारत ने आजादी के 76 वर्षों में सभी चुनौतियों का सामना मजबूती से किया है।
आज भारत विश्व में पाचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और जल्द ही तीसरे पायदान में पहुंच जायेगा। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक भारतीय को गुलामी की मानसिकता का त्याग करते हुए अपने आत्म मूल्य (सेल्फ वर्थ) को पहचानने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने का संकल्प लेना होगा जिसमें प्रत्येक भारतीय का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 के विकसित राष्ट्र और विश्वगुरू भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए हर एक नागरिक को अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों को समझना होगा। इस अवसर पर सचिव रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही सहित राजभवन में तैनात अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।