शासन ने प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के ढांचे का पुनर्गठन कर दिया है। इस संवर्ग के 13 पद बढ़ाए गए हैं, जबकि दो पद विलोपित किए गए हैं। अब इस ढांचे में कुल 156 पद हो गए हैं। पहले ढांचे में कुल 145 पद थे। शासन ने राज्य गठन के बाद पहली बार ढांचे में बदलाव किया है।
प्रदेश पुलिस लंबे समय से शासन को पीपीएस संवर्ग में अधिकारियों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेज रही थी। तर्क यह दिया गया कि राज्य गठन के दौरान पीपीएस अधिकारियों के 103 पद थे।
पीपीएस संवर्ग के पुनर्गठन पर मुहर
एसडीआरएफ और आइआरबी का गठन होने के बाद डीएसपी के पदों में बढ़ोतरी हुई और इनकी संख्या 145 पहुंच गई। यद्यपि पूरे ढांचे का कभी भी पुनर्गठन नहीं किया गया। इसी वर्ष तीन अगस्त को हुई कैबिनेट की बैठक में पीपीएस संवर्ग के पुनर्गठन पर मुहर लगी। अब इसका शासनादेश जारी हो गया है।
इन पदों को किया गया सृजित
इसमें पुलिस महानिदेशक के सहायक, सहायक पुलिस महानिरीक्षक, पीएसी, सहायक पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण, अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, अपर पुलिस अधीक्षक सतर्कता, सेक्टर नैनीताल, अपर पुलिस अधीक्षक सतर्कता, सेक्टर देहरादून, अपर पुलिस अधीक्षक यातायात, देहरादून, अपर पुलिस अधीक्षक यातायात एवं अपराध, हरिद्वार, अपर पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी, अपर पुलिस अधीक्षक काशीपुर, उप प्रधानाचार्य पीटीसी, नरेंद्र नगर, पुलिस उपाधीक्षक यातायात, साइबर सेल, देहरादून और पुलिस उपाधीक्षक यातायात, साइबर सेल, हरिद्वार के पद सृजित किए गए हैं।
सीधी भर्ती और पदोन्नति के हैं पद
ये नवसृजित पद सीधी भर्ती और पदोन्नति के हैं। पदोन्नति के पदों के लिए उत्तराखंड पुलिस सेवा नियमावली में जल्द ही संशोधन किया जाएगा। नए पद सृजित होने के बाद अब जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद जग गई है।