दून को बेहतर बनाने के लिए एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। जिन परियोजनाओं के बूते शहर में पार्किंग की अतिरिक्त सुविधा दी जा सकती है, उनमें लेटलतीफी करने वाले ठेकेदारों को बाहर किया जाएगा। साथ ही घंटाघर कांप्लेक्स के अग्र भाग पर लंबे समय से अतिक्रमण कर बैठे व्यक्तियों पर भी सख्ती की जाएगी। इसके अलावा शहर के विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए रूपरेखा तैयार की गई।
सोमवार को एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि इंदिरा मार्किट रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले बहुमंजिला कांप्लेक्स की प्रगति में सुधार नहीं किया जा रहा है। लिहाजा, उपाध्यक्ष ने संबंधित ठेकेदार को बाहर कर नए सिरे से टेंडर आमंत्रित करने के निर्देश दिए। इसी तरह घंटाघर स्थित कांप्लेक्स के अग्र भाग पर विभिन्न व्यक्तियों ने कियोस्क लगाकर अतिक्रमण किया है।
उपाध्यक्ष ने इसे गंभीर बताते हुए कियोस्क हटाने और कांप्लेक्स का जिम्मा संभालने वाली जीटीएम कंपनी से राजस्व की वसूली करने के भी निर्देश दिए। बैठक में उपाध्यक्ष तिवारी ने निर्देश दिए कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद देहरादून-मसूरी हाईवे पर कुठालगेट से पानीवाला बंद तक अतिक्रमण चिह्नित करते हुए उन्हें हटाया जाए।
टाप फ्लोर को पीवीआर की तर्ज पर किया जाएगा विकसित
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि आइएसबीटी में पुराने शापिंग कांप्लेक्स के टाप फ्लोर को पीवीआर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां किड्स जोन, फ़ूड कोर्ट आदि सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसी तरह घंटाघर कांप्लेक्स के टाप फ्लोर का विकास भी पीवीआर की तर्ज पर किया जाएगा।
आढ़त बाजार शिफ्टिंग को 19 के बाद भुगतान
आढ़त बाजार शिफ्टिंग के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए 19 अप्रैल के बाद प्रभावित व्यापारियों को भुगतान की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया। बताया गया कि इस संबंध में व्यापारी एसोसिएशन के साथ अंतिम दौर की वार्ता संपन्न हो चुकी है।
चौड़े होंगे शहर के चौराहे, रिवाइज एस्टीमेट मांगा
शहर के चौराहों को बेहतर बनाने के लिए तय किया गया है कि लोनिवि से रिवाइज एस्टीमेट लिया जाएगा। योजना में चौराहों के चौड़ीकरण के साथ ही सुंदरीकरण भी किया जाएगा।
यह निर्णय भी लिए गए
– आमवाला तरला और धौलास आवासीय परियोजना को लेकर 19 अप्रैल के बाद एचआइजी और एमआइजी फ्लैट्स का ब्राशर जारी किया जाएगा।
– साई मंदिर राजपुर रोड पर प्राधिकरण की 600 वर्गमीट भूमि पर गेस्टहाउस बनाया जाएगा। इसका संचालन नामी होटल ग्रुप के माध्यम से किराए पर किया जाएगा।
– प्राधिकरण की संपत्तियों में जहां भी भूखंड और दुकान आदि हैं, उनकी नीलामी कराई जाएगी।
– एमडीडीए कार्यालय में सोलर पैनल लगाने के साथ ही कैंटीन को बेहतर बनाया जाएगा।
– शहर में जितने भी तालाब हैं, उन्हें वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से पुनर्जीवित किया जाएगा।