देहरादून, 7 सितंबर —
वर्ष 2027 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले अर्द्धकुंभ मेले की तैयारियाँ जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। राज्य सरकार ने मेले को “दिव्य और भव्य” बनाने का संकल्प लिया है, और इस दिशा में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए ₹54 करोड़ की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि इस कार्ययोजना में 683 लाख रुपये स्थायी कार्यों पर और 3765 लाख रुपये अस्थायी कार्यों पर खर्च किए जाने का प्रस्ताव है। योजना का उद्देश्य मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर, सुलभ और तत्पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है।
स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की मुख्य विशेषताएँ:
- 2924 कुल बेड की व्यवस्था
- 373 बेड — 35 अस्थायी अस्पतालों में
- 1101 बेड — 13 सरकारी अस्पतालों में
- 1450 बेड — निजी अस्पतालों में
- 40 एम्बुलेंस की तैनाती
- नए अस्पताल भवनों का निर्माण
- आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत का परिचायक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य है कि हर तीर्थयात्री को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएँ।
उन्होंने कहा, “मेले में आने वाला हर व्यक्ति सुरक्षित, स्वस्थ और संतुष्ट लौटे — यही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
सरकारी एजेंसियाँ, स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और जिला प्रशासन मिलकर कार्य योजना को अमल में ला रहे हैं, ताकि अर्द्धकुंभ 2027 एक व्यवस्थित, सुरक्षित और वैश्विक स्तर का आयोजन बन सके।