कुमाऊं परिक्षेत्र की आईजी श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल ने खटीमा कोतवाली में थाना दिवस पर जनता दरबार और सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया। उन्होंने आम जनता और पुलिसकर्मियों की समस्याएं ध्यान से सुनीं और मौके पर मौजूद अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
आईजी ने कहा कि नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस “जीरो टॉलरेंस” नीति पर काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता से भी अपील की गई कि वे “ड्रग्स फ्री उत्तराखंड” बनाने में सहयोग करें।
महिला उत्पीड़न की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि हर केस में तुरंत कार्रवाई की जाए। पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग, सुरक्षा और कानूनी मदद देने के निर्देश दिए गए। शिकायतों में बताया गया कि स्कूल-कॉलेज के बाहर कुछ युवक बाइक से उपद्रव करते हैं। इस पर आईजी ने विशेष अभियान चलाकर ऐसे युवाओं की बाइक जब्त करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
“डिजिटल अरेस्ट” जैसे साइबर अपराधों पर उन्होंने कहा कि ऐसी किसी चीज का कोई कानून में ज़िक्र नहीं है। जनता, खासकर बुजुर्गों को, सतर्क रहने और अफवाहों से बचने की सलाह दी। आईजी ने जाम और अतिक्रमण की समस्या को गंभीर बताया और एसपी सिटी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर एक महीने में सुधार योजना पेश करने को कहा।
सैनिक सम्मेलन में आईजी ने महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की बातें सुनीं। उन्होंने कहा कि “मिशन संवाद” योजना से न केवल पुलिस कर्मियों बल्कि उनके परिवारों की भी मदद होगी। साथ ही, उन्होंने हर थाने में महिला रेस्ट रूम बनाने की जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने बनबसा के मजगांव में निर्माणाधीन थाने का निरीक्षण भी किया और ज़रूरी निर्देश दिए।
कार्यक्रम में एसएसपी मणिकान्त मिश्रा, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।