मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में लागू किए गए देश के सबसे सख्त नकलरोधी कानून के तहत 2022 से अब तक 100 से अधिक नकल माफिया को जेल भेजा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कानून के कारण पिछले साढ़े चार वर्षों में लगभग 25,000 युवाओं को सरकारी नौकरी पाने में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के एक कार्यक्रम में बताया कि कुछ लोग नकलरोधी कानून से नाराज हैं और कोचिंग व नकल माफिया मिलकर प्रदेश में नकल को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि सरकार ऐसे नकल जेहादियों को बख्शने वाली नहीं है और उन्हें मिट्टी में मिलाने तक कार्रवाई जारी रखेगी।
धामी ने कहा, “युवाओं को सरकारी नौकरी पाने का मौका दिया जा रहा है, इसलिए कुछ लोग युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेलने की साजिश कर रहे हैं।”
सरकार के इस कड़े रुख से प्रदेश में परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी हुई है।