पौड़ी
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला कार्यालय सभागार में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। सड़क सुरक्षा की इस मासिक समीक्षा बैठक में परिवहन, पुलिस व उप-जिलाधिकारियों द्वारा प्रवर्तन की धीमी कार्यवाही पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया है।
मंगलवार को आयोजित सड़क सुरक्षा की मासिक समीक्षा बैठक में परिवहन विभाग द्वारा ड्रंक एण्ड ड्राईव में न्यून चालानी कार्यवाही, उप-जिलाधिकारियों द्वारा एल्कोमीटर की उपलब्धता के बावजूद प्रवर्तन की कार्यवाही में सुस्ती बरतने जबकि पुलिस विभाग के कुछ थाना/चौकी प्रभारियों द्वारा सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों के प्रवर्तन में धीमी कार्यवाही पर सम्बन्धित अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब किया है।
सड़क सुरक्षा सबंधी प्रवर्तन की कार्यवाही में जनवरी से जून 2024 तक पुलिस व परिवहन विभाग द्वारा कुल 22200 चालान किये गये जिसमें से 4196 चालानों पर संस्तुति की गयी है। पुलिस विभाग द्वारा कुल 18810 चालानों के सापेक्ष मात्र 806 मामलों पर हीं संस्तुतियां किये जाने को लेकर जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये हैं।
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि नवनिर्मित मोटर मार्गो का संयुक्त स्थलीय निरीक्षण करते हुए सहमति की दशा में मोटर मार्गो को यातायाता हेतु अनुमोदित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने एक ओर जहां उप-जिलाधिकारियों को सड़कों पर बिखरी निर्माण सामग्री (रोढी व बजरी) को हटवाने के निर्देश दिये हैं वहीं लोनिवि के अधिकारियों को सड़कों पर आने वाले मलवे को हटाने व गढ्ढों की मरम्मत प्राथमिकता के अधार पर करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में जॉइंट मजिस्ट्रेट अनामिका सिंह, प्रशिक्षु आईएएस दीक्षिका जोशी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि पी.एस. बृजवाल, ईई लोनिवि पाबौ कलम सिंह नेगी, दिनेश बिजल्वाण, विवेक सेमवाल, डीपी सिंह, शिवा, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी एन.के. ओझा सहित उप-जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में उपस्थित थे।