कल रात को कोटद्वार व यमकेश्वर क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण हुई जान-माल की क्षति को लेकर प्रदेश के *मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी* ने प्रभावितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रो में निरंतर नजर बनाए हुए हैं।
कल रात को हुई अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्र कोटद्वार, लैंसडौन व यमकेश्वर में *जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ आशीष चौहान* द्वारा कल रात से ही मौका मुआयना किया जा रहा है। गत दिवस देर सायें उन्होंने तहसील लैंसडौन के अंतर्गत ग्राम-देवडाली, पट्टी कौड़िया में हुई आल्टो कार दुर्घटना स्थल पर राहत एवं बचाव कार्यो का जायजा लिया।
आज सुबह जिलाधिकारी ने लैंडस्लाइड के कारण बंद दुगड्डा-कोटद्वार मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लोनिवि व एन०एच० के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मोटर मार्ग पर जल्द-से जल्द यातायात सुचारू करने के लिए अतिरिक्त जेसीबी की तैनाती करना सुनिश्चित करें। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने गुमखाल-लक्ष्मण झूला मोटर मार्ग पर प्रभावित विभिन्न स्थानों का मौका मुआयना करते हुए उप-जिलाधिकारी कोटद्वार व यम्केश्वर को निर्देश दिए कि आपदा के कारण हुई जान- माल की क्षति का तत्काल आकलन करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने उप जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि आपदा प्रभावितों को दी जाने वाली तात्कालिक सहायता व राहत राशि का प्राथमिकता से भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी उप जिला अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रो में मुस्तैदी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। गत दिवस तहसील कोटद्वार के ग्राम चुना महेड़ा, पट्टी -अजमेर पल्ला में रहमत अली का आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसमे एक व्यक्ति के दबे होने की बात बताई गई है।
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी कोटद्वार व राहत एवं बचाव दल को आवासीय भवन में दबे एक व्यक्ति को रेस्क्यू किए जाने की कार्रवाई में गति लाने को निर्देश हैं। गत दिवस हुई अतिवृष्टि के कारण तहसील कोटद्वार व यमकेश्वर के अंतर्गत हुई जानमाल की क्षति का राजस्व कर्मियों द्वारा आकलन की कार्यवाही जारी है।