पर्यवेक्षक पीएल पुनिया के प्रदेश कार्यालय में पहुंचने पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा सहित तमाम नेताओं ने बुके देकर उनका स्वागत किया। बिना समय गंवाए पुनिया कार्यालय के एक कमरे में गए और एक-एक कर जिला, महानगर अध्यक्ष को भीतर बुलाया गया। इससे पहले चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने उन्होंने देर तक बातचीत की।
प्रदेश कांग्रेस में अंतर्कलह को दूर करने के लिए पर्यवेक्षक बनकर आए एआईसीसी के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने बंद कमरे में एक-एक कर पहले जिला और महानगर अध्यक्षों से बात की, उसके बाद विधायकों को भी वन-टू-वन टटोला। इस दौरान पुनिया ने मीडिया से दूरी बनाए रखी।
रविवार को बहुत दिनों बाद पीसीसी में हलचल दिखी। पर्यवेक्षक पीएल पुनिया के प्रदेश कार्यालय में पहुंचने पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा सहित तमाम नेताओं ने बुके देकर उनका स्वागत किया। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी उनके साथ थे, लेकिन कुछ समय बाद वह चले गए।
बिना समय गंवाए पुनिया कार्यालय के एक कमरे में गए और एक-एक कर जिला, महानगर अध्यक्ष को भीतर बुलाया गया। इससे पहले चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने उन्होंने देर तक बातचीत की। बंद कमरे में क्या बातचीत हुई, इसका खुलासा नहीं किया गया, लेकिन बताया जा रहा है प्रीतम ने प्रभारी की कार्यप्रणाली को लेकर केंद्रीय पर्यवेक्षक से खुलकर अपनी बात रखी है। हालांकि इस संबंध में बाहर आकर प्रीतम मीडिया में बयान देने से बचते नजर आए।