नियमित निगरानी और समय पर निर्णय लेने के परिणाम स्वरूप उत्तराखंड पावर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन की सेहत सुधर गई है। सालों से बन्द लाइनें ऊर्जीकृत कर दी गई हैं और लाइन लॉस कम करते हुए आरईसी के मानकों में A++ क्रेडिट रेटिंग हासिल कर खुद को देश में अग्रणी पारेषण उपक्रमों में शुमार किया गया है। एक साल का कार्यकाल पूरा कर प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी की कार्य शैली के बल पर निगम आज नए मुकाम पर है। हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पिटकुल की एक साल की बेहतरी की तारीफ की.
” पहाड़ का सच ” ने निगम के एक साल के क्रियाकलापों के बारे में जानकारी जुटाई और कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियो को अपने पाठकों तक भेजने का प्रयास कर रहा है। इस बीच ट्रांसमिशन उपलब्धता 99.56 से बढ़ाकर 99.67 प्रतिशत हासिल की गई। ट्रांसमिशन लॉस 11.01 से घटाकर 10.97 प्रतिशत तक हासिल किया गया, जो कि पिटकुल में अब तक हासिल किया गया सर्वोत्तम
पैरामीटर है।
यह उपलब्धि पिटकुल को देश की अग्रणी पारेषण उपक्रमों में से एक बनाती है। पिटकुल को REC द्वारा A++ की क्रेडिट रेटिंग दी गई है जिसके फलस्वरूप पिटकुल को ऋण में 0.5 फीसदी की छूट मिलेगी। ऊर्जा निगम लम्बे समय से टीटीसी (Total Transmission Capacity) बढ़ाने का अनुरोध कर रहा था। प्रबन्ध निदेशक पिटकुल के कुशल नेतृत्व व सतत् प्रयासों के कारण एनआरएलडीसी के साथ समन्वय स्थापित कर उत्तराखण्ड की टीटीसी लिमिट 1500 मेगावॉट से बढ़ाकर 1700 मेगावॉट हो गई है।
पिटकुल के कार्मिकों की “विधि, वित्त एवं एच. आर. आपके द्वार” नयी पहल के अन्तर्गत समस्याओं को सुना व समाधान किया गया तथा उनका उत्साहवर्धन भी किया गया। 220 केवी डीसी जाफरपुर- रूद्रपुर रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण कर ऊर्जीकृत किया गया व रूद्रपुर रेलवे विद्युत उपकेन्द्र को विद्युत आपूर्ति प्रदान की गयी जिसकी प्रधानमंत्री द्वारा भी अपने सम्बोधन में प्रशंसा की गयी।
बहुप्रतिक्षित 132 केवी पिथौरागढ़-चम्पावत लाइन जो काफी लम्बे समय से लम्बित थी , उसे विशेष प्रयासों से जून 2023 को ऊर्जीकृत किया गया जिससे चम्पावत जिले की लो वोल्टेज एवं ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिली।
मॉनसून अवधि के दौरान विभिन्न उपकेन्द्रों एवं लाईनों में अतिवृष्टि / दैवीय आपदा की स्थिति में त्वरित साईटों का निरीक्षण कर प्रबन्ध निदेशक पीसी ध्यानी द्वारा पिटकुल को भारी नुकसान से बचाया गया। मॉनसून अवधि में बादल फटने से ग्राम बिनहार निकट व्यासी परियोजना में अत्यन्त भूधसाव के कारण ग्रामीणों के मकान क्षतिग्रस्त हो गये थे व 220 केवी उत्पादन लाईन ब्रेकडाऊन में आ गयी थी। प्रबन्ध निदेशक ध्यानी द्वारा त्वरित कार्यवाही कर साइटों का सघन निरीक्षण किया गया । उत्पादन हानि को रोकने के लिए पावर ग्रिड द्वारा ईआरएस की व्यवस्था की गयी।
पावर ग्रिड के अधि इआरएम सिस्टम लगने तक प्रबन्ध निदेशक द्वारा निर्णय लिया गया कि झुके हुये टॉवर को एंकरिंग कर तुरन्त उत्पादन सुचारू किया जाये जिससे लगभग प्रतिदिन 2.5 करोड़ की विद्युत उत्पादन हानि को रोका गया। जिससे राज्य / यू जेवी एनएल को लगभग 40 करोड़ की आर्थिक / राजस्व की हानि से बचाया गया।
पिटकुल द्वारा उपरोक्त स्थान से हुये विस्थापितों को सहयोग प्रदान किया गया व मुख्यमंत्री के हाथों ग्रामीणों को चेक वितरित किए गए। एक संक्षिप्त भेंट में निगम के एमडी ध्यानी ने कहा कि सीएम व आला अधिकारियों के मार्ग दर्शन और निगम के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की लगन और मेहनत से कार्य प्रणाली में सुधार होने से निगम बेहतर परिणाम दे रहा है।