काशीपुर: एक साल पहले नाबालिग ने गैर समुदाय के युवक के साथ भाग कर शादी कर ली। कुछ समय रहने के बाद बच्चा हुआ, लेकिन परिजनों की दी तहरीर के बाद पुलिस तलाश में जुट गई थी। डेढ़ माह पहले पुलिस ने नाबालिग को बरामद भी कर लिया, लेकिन पुलिस के हत्थे उसका पति नहीं चढ़ सका। इधर, युवक ने गिरफ्तारी होने के भय से हाईकोर्ट में स्टे के लिए प्रार्थना पत्र दिया, जहां उसको छूट मिल गई। वहीं नाबालिग के जब कोर्ट में बयान दर्ज किए गए तो उसने पति को छोड़कर परिजनों के साथ जाने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर नाबालिग और उसके बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। गैर समुदाय से जुड़ा यह मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ है। रामपुर निवासी नाबालिग करीब एक वर्ष पहले महुआखेड़ा की एक फैक्ट्री में काम करती थी। इस बीच महुआखेड़ा गंज निवासी गैर समुदाय के युवक से प्रेम हो गया। प्रेम प्रसंग के चलते उस वक्त नाबालिग प्रेमी के साथ भाग गई और उससे शादी कर ली। नाबालिग के परिजनों ने आइटीआइ थाने की पैगा पुलिस चौकी में आरोपित के खिलाफ उनकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसला कर भगा ले जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। डेढ़ माह पूर्व आइटीआई पुलिस ने उसको डिलारी मुरादाबाद से बरामद कर लिया। वहीं उसका पति मौके से फरार हो गया था। इधर, पूछताछ में पता चला कि वह नाबालिग है। उसने आधार कार्ड में फर्जी तरीके से अपनी उम्र 18 साल दर्शाकर फैक्ट्री में नौकरी भी हासिल की थी। इतना ही नहीं उसका एक चार माह का बेटा भी है। पुलिस ने उसके पति के खिलाफ दर्ज मुकदमें में पॉक्सो की धारा बढ़ा दी। इस बीच आरोपित पति ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसकी ससुराल में रह रहा उसका चार माह का बच्चा सुरक्षित नहीं है। उसकी पत्नी और बच्चे को उसे दिलाया जाए। कोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को पेश हुई नाबालिग ने पति को छोड़ अपने परिजनों के साथ जाने की मंशा जाहिर की। जिस पर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने नाबालिग को उसके परिजनों के हवाले कर दिया।
नाबालिग ने पति को छोड़कर परिजनों के साथ जाने की इच्छा जाहिर की।
