



चारधाम यात्रा जाने वाले पर्यटकों के लिए चंद्रभागा के समीप पर्यटन विभाग की भूमि पर ट्रांजिट कैंप-रजिस्ट्रेशन कार्यालय का निर्माण कार्य जोरों से जारी है। पर्यटकों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखकर 10 करोड़ की लागत से ट्रांजिट कैंप का निर्माण किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था के अनुसार कैंप का कार्य वर्ष 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। बता दें, वर्ष 2013 में केदारनाथ त्रासदी की जलप्रलय में हजारों तीर्थयात्री चपेट में आ गए थे। इसके बाद सरकार ने इस यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए ट्रांजिट हॉस्टल योजना पर काम करना शुरू किया। पर्यटन विभाग ने ट्रांजिट कैंप योजना का खाका तो तैयार किया। मगर भूमि उपलब्ध न होने के कारण योजना परवान नहीं चढ़ी। इसके बाद यहां चंद्रभागा और गोपालनगर के पास 3.70 हेक्टेअर वन भूमि को जनवरी 2019 में पर्यटन विभाग को ट्रांसफर किया गया।
करीब साल बीतने के बाद आखिरकार पिछले कुछ दिनों पूर्व कार्यदायी संस्था बिडकुल ने यहां में काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में 45 मीटर लंबी और चौड़ी बिल्डिंग निर्माण के लिए खुदाई का कार्य पूरा हो चुका है। बिडकुल के जेई राहुल ने बताया कि पर्यटन विभाग के निर्देश पर ट्रांजिट कैंप का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। मौसम आदि का कोई व्यवधान नहीं हुआ तो जुलाई 2021 तक ट्रांजिट कैंप का कार्य पूरा हो जाएगा। ट्रांजिट कैंप की बिल्डिंग का निर्माण ग्राउंड से सिक्स फ्लोर की मजबूती को ध्यान मेें रख किया जा रहा है। हालांकि फिलहाल यहां केवल तीन फ्लोर का ही निर्माण किया जाना है। मगर विभागीय सूत्रों के अनुसार भविष्य को योजनाओं को ध्यान में रख आने वाले समय में इस बिल्डिंग के ऊपर और निर्माण किया जा सकता है।
ट्रांजिट कैंप का निर्माण भूतल, प्रथम और द्वितीय तल में होगा। इसमें भूतल में दो मल्टीपल टिकट काउंटर होंगे। इसमें महिला, पुरुष के अलावा सीनियर सिटीजन और विकलांगों के लिए अलग से सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा इसी तल में बैंक व एटीएम सुविधा भी उपलब्ध होगी। पर्यटन विभाग और चारधाम यात्रा से जुड़ा संयुक्त रोटेशन का कार्यालय भी यहां होगा। प्रथम तल में दुकानें लगेंगी। इन दुकानों में यात्रियों के लिए भोजन आदि सुविधाएं होंगी। द्वितीय तल मेें यात्रियों के लिए ठहरने की व्यवस्था होगी। करीब एक समय में 150 यात्री यहां ठहर सकेंगे।