



केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह (सेनि) ने कहा कि ऑल वेदर रोड के चार धाम से जुड़े सभी प्रोजेक्ट वर्ष 2021 हरिद्वार कुंभ से पहले पूरे किए जाएंगे। उत्तरकाशी से गंगोत्री तक 100 किमी हिस्से में ईको सेंसिटिव जोन के कारण ऑल वेदर रोड पर लगी पाबंदी को लेकर उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है। इसे स्वीकृति मिलते ही यहां भी कार्य शुरू किए जाएंगे।केंद्रीय राज्य मंत्री ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ हेलीकॉप्टर से नरेंद्रनगर, चंबा, चिन्यालीसौड़, धरासू, बड़कोट, बड़ेथी चुंगी आदि स्थानों पर ऑल वेदर रोड के तहत चल रहे कार्यों का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने ईको सेंसिटिव जोन वाले उत्तरकाशी से भैरोंघाटी क्षेत्र का भी हवाई सर्वे किया।
दोपहर में मातली आईटीबीपी कैंप पहुंचकर उन्होंने परियोजना से संबंधित बीआरओ, एनएच एवं एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
यहां मीडिया से बातचीत में केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 हरिद्वार कुंभ से पहले चार धाम से जुड़े सभी प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य है, ताकि कुंभ में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए चार की धाम की राह आसान की जा सके। बड़ी कंपनियों द्वारा छोटे ठेकेदारों को सड़क के कार्य सौंपे जाने और इससे आम जनता को हो रही दिक्कतों को लेकर उन्होंने कहा कि इन मामलों की समीक्षा कर समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।
250 किमी. रोड बनकर तैयार
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने ऑल वेदर रोड के तहत चल रहे कार्यों पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में हर साल तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में इस प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर तैयार होंगे। इस मौके पर गंगोत्री विधायक गोपाल रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश चौहान, डीएम डा. आशीष चौहान, एसपी पंकज भट्ट, एडीएम तीर्थपाल सिंह, एसडीएम आकाश जोशी, बीआरओ के कमांडर वीके श्रीवास्तव आदि तमाम अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण और बैठक के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री एवं सीएम दोपहर दो बजे देहरादून लौट गए।
आज सुबह पहली फ्लाइट से वीके सिंह जौलीग्रांट एयर पोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने मंत्रालय, बीआरओ और उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने परियोजना की भौतिक प्रगति की समीक्षा की। साथ ही राजमार्ग बनाने में आ रही दिक्कतों के बारे में भी जाना।
लोक निर्माण विभाग और केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, 889 किमी. लंबे चारधाम ऑलवेदर रोड में से 250 किमी. रोड बनकर तैयार हो गई है। 400 किमी मार्ग के चौड़ीकरण का काम चल रहा है। राजमार्ग का बाकी बच्चे हिस्से पर काम शुरू नहीं हो पाया है। इसकी वजह पर्यावरणीय मानी जा रही है। राजमार्ग पर अब तक करीब 4000 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।