वेतन और प्रमोशन समेत दस सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन 22 दिसंबर से आंदोलन की शुरुआत करेगी। पहले चरण में काले फीते बांध काम किया जाएगा। यूनियन पदाधिकारियों का कहना है कि बेहतर इनकम के बावजूद रोडवेज कर्मचारियों का वेतन रोकना निगम प्रबंधन की तानाशाही को दर्शाता है।सोमवार को हल्द्वानी स्टेशन पर आयोजित मंडल बैठक में काशीपुर, रुद्रपुर, रामनगर, हल्द्वानी, काठगोदाम, भवाली, रानीखेत व अल्मोड़ा डिपो के पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि ईएसआइ का लाभ देने के साथ पहाड़ पर बंद मार्गों पर दोबारा बसों का संचालन होना चाहिए। प्रोत्साहन योजना के बंद होने पर नाराजगी भी जताई गई।
मंडल अध्यक्ष गुरमेल सिंह ने कहा कि स्पेयर पाट्र्स और ई-टिकट मशीनों की कमी के कारण अक्सर दिक्कत आ रही है। उसके बावजूद संसाधन मुहैया नहीं हुए।बैठक में स्थायी आरएम संचालन की नियुक्ति के साथ डग्गामारों पर निर्णायक कार्रवाई की मांग भी उठी। यूनियन पदाधिकारियों का कहना है कि बेहतर इनकम के बावजूद रोडवेज कर्मचारियों का वेतन रोकना निगम प्रबंधन की तानाशाही को दर्शाता है। इस दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डीएल साह, मंडलीय मंत्री हरीश जोशी, राम अवध यादव, प्रांतीय उपाध्यक्ष बलदेव सिंह, एलडी पालीवाल, दयाल जोशी, नवीन लोहनी, रामप्रसाद, जलील अहमद, रामप्रकाश यादव, विजयपाल, सुरेंद्र यादव, मिथिलेश यादव, सतनाम सिंह, अख्तर चौधरी आदि मौजूद थे।