मुख्य सचिव डा एसएस संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में कराए जा रहे कार्यों की हर महीने समीक्षा करेंगे। बुधवार को सचिवालय में लोक निर्माण विभाग एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने इस आशय के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कर लिए जाएं और कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। कार्यों में तेजी एवं गुणवत्ता के लिए सभी परियोजनाओं की लगातार मानीटरिंग की जाए।बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि नई सड़कों के निर्माण के साथ ही पुरानी सड़कों के रखरखाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन के बाद सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने, नए डामरीकरण पर भी फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने एनएचएआइ द्वारा विभिन्न सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि चारधाम परियोजना के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग (394.98 किमी), पीआइयू मोर्थ (21.43 किमी), बीआरओ (151.76 किमी) एवं एनएचआइडीसीएल (102.24 किमी) द्वारा कुल 670.41 किमी सड़क का निर्माण किया जाना है। उन्होंने कहा कि लोनिवि द्वारा 341.38 किमी (92 प्रतिशत), पीआइयू मोर्थ द्वारा 21.43 किमी (शत-प्रतिशत), बीआरओ द्वारा 116.13 किमी (76 प्रतिशत) एवं एनएचआइडीसीएल 83.61 किमी (81 प्रतिशत), यानी कुल 562.55 किमी (84 प्रतिशत) सड़क का निर्माण किया जा चुका है।प्रमुख सचिव सुधांशु ने कहा कि मैनेजमेंट इन्फोर्मेशन सिस्टम (एमआईएस) पर सभी कार्यों की समीक्षा की जाती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट द्वारा सभी सड़कों एवं पुलों की जीआइएस डाटा सहित विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।